दलाई लामा को मिली Z श्रेणी की सुरक्षा: 33 जवान देंगे पहरा; गृह मंत्रालय ने खुफिया सूचना के बाद लिया फैसला

Dalai Lama gets Z category security: 33 soldiers will guard him
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दलाई लामा को मिली Z श्रेणी की सुरक्षा: 33 जवान देंगे पहरा
Dalai Lama security: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बौद्ध आध्यात्मिक प्रमुख दलाई लामा को Z श्रेणी सुरक्षा दी है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में अब 33 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।

Dalai Lama security: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बौद्ध आध्यात्मिक प्रमुख दलाई लामा को Z श्रेणी सुरक्षा दी है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में अब 33 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इनमें आवास में तैनात सशस्त्र स्टैटिक गार्ड, निज सुरक्षा अधिकारी और सशस्त्र अनुरक्षण करने वाले कमांडो भी शामिल हैं। इनके अलावा उनकी सुरक्षा टीम में प्रशिक्षित ड्राइवर और निगरानी कर्मी भी हर समय तैनात रहेंगे।

बौद्ध आध्यात्मिक प्रमुख दलाई लामा की सुरक्षा में 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड जवान शामिल हैं, जो उनके घर पर रहेंगे। इनके अलावा 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में 12 आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, 2 शिफ्ट में वॉचर्स और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक सुरक्षाकर्मी मौजूद रहेंगे।

भारत में कितने प्रकार की सिक्योरिटी
केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा देश के खास लोगों को 5 प्रकार की सिक्योरिटी दी जाती है। इनमें X, Y, Y Plus, Z और Z Plus सिक्योरिटी शामिल है। 1 एसपीजी सिक्योरिटी भी होती है, जो सिर्फ प्रधानमंत्री को मिलती है। गृह मंत्रालय की ओर से यह सिक्योरिटी संभावित खतरे के आधार पर आवंटित की जाती है।

हर माह 15 से 20 लाख खर्च
दलाई लाम की सिक्योरिटी में हर माह 15 से 20 लाख रुपए खर्च होंगे। किसी भी व्यक्ति को गृह मंत्रालय द्वारा इस तरह की सिक्योरिटी खूफिया एजेसियों की रिपोर्ट के आधार पर दी जाती है। जैसे से सिक्योरिटी का दायरा बढ़ता है, वैसे वैसे उसका खर्चा भी बढ़ता जाता है।

कौन हैं दलाई लामा?

  • दलाई लामा तिब्बती बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक नेता और आध्यात्मिक गुरु हैं। दलाई लामा को तिब्बत के लोगों का आध्यात्मिक मुखिया माना जाता है। ऐतिहासिक रूप से वह तिब्बत के पारंपरिक शासक भी रहे हैं।
  • 14वें दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो (Tenzin Gyatso) हैं, जो 6 जुलाई 1935 को तिब्बत में जन्मे थे। 1940 में उन्हें तिब्बत के आधिकारिक धार्मिक और राजनीतिक नेता के रूप में मान्यता दी गई, लेकिन 1959 में जब चीन ने तिब्बत पर नियंत्रण कर लिया, तो वह भारत में शरण लेने को मजबूर हुए। इसके बाद से वह धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) में निर्वासन में रह रहे हैं।

BJP सांसद संबित पात्रा को भी मिली सुरक्षा
गृह मंत्रालय ने बीजेपी सांसद और पूर्वोत्तर प्रभारी संबित पात्रा को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। उन्हें यह सुरक्षा सिर्फ मणिपुर प्रवास के दौरान मिलेगी। गृह मंत्रालय ने संबित पात्रा को यह सुरक्षा आईबी रिपोर्ट के आधार पर दिया है। मणिपुर पिछले पिछले 2 साल से जातीय हिंसा की चपेट में है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद से सियासी हलचल बढ़ गई है। संबित पात्रा को सीआरपीएफ के कमांडो प्रोटेक्ट करेंगे। कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।

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