Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha Ceremony: लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में रहेंगे। वे भगवान राम के भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे। साथ ही रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठित करेंगे। भाजपा इस पूरे कार्यक्रम को भव्य बना रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद ने पूरी ताकत झोंक दी है। करीब 11 हजार मेहमान इस भव्य समारोह में शामिल होंगे। हालांकि विपक्ष ने इसे धार्मिक कार्यक्रम न कहकर राजनीतिक करार दिया है। 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने निमंत्रण को ठुकरा दिया है। राहुल गांधी ने मंगलवार को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पीएम मोदी का फंक्शन बताया। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया। 

राजद संरक्षक लालू प्रसाद यादव और शिव सेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने भी निमंत्रण ठुकरा दिया है। आरोप लगाया कि अधूरे मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है। यह सबकुछ भाजपा चुनाव में फायदा लेने के लिए कर रही है। हालांकि विपक्ष जानता है कि प्राण-प्रतिष्ठा या राम मंदिर की उपेक्षा उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए विपक्ष के कई नेताओं ने 22 जनवरी को खुद का अलग कार्यक्रम बनाया है।  

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क्या है विपक्षी दलों का प्लान?

कालीघाट का दौरा करेंगी ममता बनर्जी: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 जनवरी को कोलकाता के पास कालीघाट मंदिर जाएंगी। इसके बाद वे सांप्रदायिक सद्भाव रैली करेंगी। रैली में सभी समुदायों के लोग शामिल होंगे। वहीं, अन्य प्रार्थना स्थलों पर भी ममता बनर्जी जाएंगी। 

राहुल गांधी का असम मंदिर प्लान: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। वह 22 जनवरी को असम में रहेंगे और एक मंदिर का दौरा करेंगे।

शरद पवार और अखिलेश यादव क्या करेंगे?: शरद पवार ने राम मंदिर का निमंत्रण मिलने पर आभार व्यक्त किया, लेकिन कहा कि वह इसमें शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि वे 22 जनवरी के बाद राम मंदिर जाएंगे। भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि तब तक राम मंदिर का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। अखिलेश यादव ने भी बाद में अयोध्या जाने का प्लान बनाया है। 

अरविंद केजरीवाल करेंगे हनुमान चालीसा पाठ: AAP प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने दिल्ली में 'सुंदर कांड' और 'हनुमान चालीसा' कार्यक्रमों की घोषणा की है।

उद्धव ठाकरे की महा आरती: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी अभी तक निमंत्रण नहीं मिला है। हालांकि, ठाकरे ने कहा है कि वह और उनकी पार्टी के नेता 22 जनवरी को नासिक में कालाराम मंदिर जाएंगे और गोदावरी तट पर महा आरती करेंगे।

लालू यादव, डीएमके, वामपंथियों को निमंत्रण: राजद के संस्थापक और संरक्षक लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को कहा कि वह प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होंगे। तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रमुक ने पहले ही ध्यान भटकाने के लिए एक आध्यात्मिक कार्यक्रम को हाईजैक करने के लिए भाजपा की आलोचना की है। वहीं, सीपीआईएम की बृंदा करात ने कहा था कि उनकी पार्टी इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेगी। हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं। लेकिन भाजपा के लोग एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं।

नवीन पटनायक का जगन्नाथ काउंटर
राम मंदिर समारोह की तैयारियों के बीच ओडिशा में जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर का बुधवार को उद्घाटन हो गया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजद द्वारा यह न केवल धार्मिक भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए बल्कि राज्य में भाजपा को मात देने के लिए एक रणनीतिक कदम है।