Health Tips: कहीं आपका बच्चा ज्यादा तो नहीं देख रहा स्क्रीन, सेहत पर पड़ेगा भारी!

बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करना बेहद जरूरी
X

क्या आपका बच्चा ज्यादा स्क्रीन देखता है (Image: Grok)

ज्यादा स्क्रीन टाइम बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। जानें मोबाइल, टीवी और टैबलेट के ज्यादा इस्तेमाल के असर और रोकने के तरीके।

डिजिटल लाइफस्टाइल में मोबाइल, टीवी, टैबलेट और लैपटॉप बच्चों की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं। ऑनलाइन क्लासेस, गेम्स, कार्टून और सोशल मीडिया की वजह से बच्चों का स्क्रीन टाइम लगातार बढ़ रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जरूरत से ज्यादा स्क्रीन देखने से आपके बच्चे की सेहत पर कितने नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं?

बच्चों पर बढ़ते स्क्रीन टाइम का असर

बच्चों का लगातार स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रहना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे उन्हें आई स्ट्रेन, सिरदर्द, और आंखों में सूखापन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। लंबे समय तक मोबाइल या टीवी देखने से नींद की क्वालिटी भी खराब हो जाती है। खासतौर पर छोटे बच्चों में यह दिमागी विकास और पढ़ाई पर असर डाल सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रभाव

जरूरत से ज्यादा स्क्रीन टाइम बच्चों को कम एक्टिव और इरिटेबल बना सकता है। लगातार वीडियो देखने या गेम खेलने से उनका ध्यान पढ़ाई से हट सकता है। कई रिसर्च यह भी बताती हैं कि ज्यादा स्क्रीन देखने वाले बच्चे अक्सर ज्यादा तनाव, गुस्सा और चिंता महसूस करने लगते हैं।

शारीरिक गतिविधियों में कमी

जितना समय बच्चे मोबाइल या टीवी देखने में बिताते हैं, उतना ही उनकी शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं। इसका सीधा असर उनके वजन और फिटनेस पर पड़ता है। ऐसे बच्चे ओबेसिटी, डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम्स के खतरे की चपेट में जल्दी आ सकते हैं।

कितना होना चाहिए स्क्रीन टाइम?

  • 2 साल से कम उम्र के बच्चों को स्क्रीन से बिल्कुल दूर रखना चाहिए।
  • 2 से 5 साल के बच्चों के लिए दिनभर में 1 घंटे से ज्यादा स्क्रीन टाइम नहीं होना चाहिए।
  • 6 साल से ऊपर के बच्चों को भी लिमिटेड स्क्रीन टाइम देना जरूरी है, ताकि उनकी नींद और शारीरिक गतिविधियां प्रभावित न हों।

स्क्रीन टाइम कम करने के स्मार्ट टिप्स

  • बच्चों के लिए गेम्स, ड्रॉइंग और आउटडोर एक्टिविटीज को बढ़ावा दें।
  • घर में स्क्रीन फ्री टाइम तय करें, जैसे डिनर टाइम या सोने से पहले।
  • खुद भी मोबाइल का इस्तेमाल कम करें, ताकि बच्चे आपसे सीख सकें।
  • पढ़ाई और स्किल डेवलपमेंट पर ज्यादा ध्यान दें।

(Disclaimer): यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए सुझाव किसी भी तरह से डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह का विकल्प नहीं हैं। बच्चों की सेहत या स्क्रीन टाइम को लेकर किसी भी तरह की समस्या होने पर हमेशा योग्य चिकित्सक या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story