Head Neck Cancer: गले या मुंह में बार-बार हो रहा है ज़ख्म? हेड एंड नेक कैंसर तो नहीं! जानिए इसके लक्षण

head and neck cancer symptoms
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मुंह में छाले या घाव होना कैंसर का लक्षण हो सकता है। (Image-AI)

Head And Neck Cancer: गले या मुंह में जख्म होना हेड एंड नेक कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। जानते हैं इस कैंसर के शुरुआती संकेत।

Head And Neck Cancer: अक्सर गले की खराश, मुंह में छाला या आवाज बैठने जैसी समस्याओं को हम सामान्य समझ कर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन अगर ये लक्षण यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक बने रहें, तो यह हेड एंड नेक कैंसर के शुरुआती संकेत भी हो सकता है। यह कैंसर सिर और गर्दन के विभिन्न हिस्सों में हो सकता है, जैसे कि मुंह, गला, होंठ, जीभ, टॉन्सिल, वॉइस बॉक्स और साइनस।

मुंह के घाव को लेकर लापरवाही बरतना काफी गंभीर हो सकता है। इंदौर स्थित कोकिलाबेन हॉस्पिटल के हेड एंड नेक ऑन्कोसर्जन डॉ. नितिन तोमर ने इस गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

क्या है हेड एंड नेक कैंसर

भारत में पुरुषों में होने वाले कुल कैंसर में इसका हिस्सा करीब 30 फीसदी के आसपास है। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को मुंह में कोई घाव दो हफ्ते से ज्यादा समय तक रहता है और वह ठीक नहीं हो रहा हो, गले में गांठ बनी हो, निगलने में तकलीफ हो, लगातार खांसी आ रही हो या आवाज में किसी भी तरह का बदलाव महसूस कर रहे हो तो तो हेड एंड नेक कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।

कई बार मरीजों को दर्द भी महसूस नहीं होता, इसलिए वे देर से डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। इससे बीमारी एडवांस स्टेज में पहुंच जाती है, जहां इलाज काबू पाना काफी मुश्किल हो जाता है।

खराब लाइफस्टाइल से बढ़ रहा खतरा

हेड एंड नेक कैंसर का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू और गुटखे का सेवन है। आप तम्बाकू का सेवन चाहे वह चबाने के रूप करते हो या धुएं के रूप में। दोनों ही स्थिति में यह घातक नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा शराब पीना, ओरल हाइजीन की कमी, HPV (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) का संक्रमण और लगातार मसालेदार गर्म भोजन से भी हेड एंड नेक कैंसर का खतरा बढ़ता है। हालांकि 80 फीसदी से अधिक मामलों में तम्बाकू की भूमिका होती है।

इन लक्षणों का ध्यान रखें

डॉ. तोमर के मुताबिक, हर व्यक्ति को महीने में एक बार अपने मुंह और गर्दन की जांच खुद भी कर लेना चाहिए। इसके लिए हर व्यक्ति को माह में एक बार ये जांच खुद भी कर लेना चाहिए, जैसे -

  • मुंह खोलकर आईने में देखें जिससे जीभ, गाल की अंदरूनी सतह, मसूड़े और तालू की सतह जांचें।
  • गर्दन में उभार या गांठ तो नहीं? हल्के से दबाकर देखें।
  • यदि रंग में बदलाव हो रहा हो, कोई सफेद या लाल पैच हो, जो ठीक न हो रहा हो, तो अलर्ट रहें।
  • मुंह खोलने में परेशानी या जबड़े में जकड़न महसूस करते हैं तो यह भी संकेत हो सकता है।
  • खाना निगलने या चबाने में तकलीफ लगातार बनी रहे तो तत्काल जांच करवाना है।

यदि इन सभी लक्षणों में से कोई दो लक्षण भी लगातार 2 सप्ताह तक बने रहे तो तत्काल ENT विशेषज्ञ या ऑन्कोसर्जन से सलाह लेना चाहिए, क्योंकि ये हेड एंड नेक कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं। अगर ये पहले स्टेज में पकड़ में आ जाए, तो 80 फीसदी तक इलाज संभव है। लेकिन अधिकतर मरीज तब आते हैं, जब बीमारी तीसरी या चौथी स्टेज में पहुंच जाती है।

इस बातों की सावधानी रखें

  • नियमित डेंटल चेकअप कराएं। मुंह में किसी घाव की खुद भी जांच करते रहें।
  • संतुलित आहार और ओरल हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
  • तम्बाकू और गुटखा का सेवन करने से बचे और शराब की लत न लगने दें।
  • गले में गांठ या मुंह के जख्म को नजरअंदाज करें।
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