Motion Sickness: कार, बस में सफर करते ही आने लगते हैं चक्कर-उल्टी? जानिए क्यों होता है ऐसा

मोशन सिकनेस की वजह और बचाव के टिप्स।
Motion Sickness: बहुत से लोग मोशन सिकनेस के शिकार होते हैं। उनका ट्रेन, बस या कार में सफर करते ही सिर चकराने लगता है, जी मिचलाता है या उल्टी जैसा महसूस होने लगता है। दुनियाभर में लाखों लोग इस समस्या का सामना करते हैं। ये एक सामान्य स्थिति है, लेकिन इससे लोग सफर के दौरान बेहद असहज हो जाते हैं।
मोशन सिकनेस एक ऐसी समस्या है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। इसमें बच्चे से लेकर बूढ़े तक कोई भी हो सकता है। हालांकि, सही जानकारी और सावधानी बरतकर इस परेशानी को काफी कम किया जा सकता है।
क्या है मोशन सिकनेस की वजह?
मोशन सिकनेस तब होती है जब आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों से भेजे जा रहे संकेत मस्तिष्क में मेल नहीं खाते। कई लोगों में ये स्थिति कार, बस या फिर ट्रेन के सफर के दौरान बनती है। इस वजह से चक्कर, मतली और उल्टी जैसे लक्षण सामने आते हैं। कई लोगों को मोशन सिकनेस की वजह से तीखी असहनीय स्मैल, घुटनभरे माहौल सा एहसास होता है।
कई लोग सफर के दौरान सामान्य रहते हैं, लेकिन अगर वे मोबाइल देखना शुरू कर दें या किताब पढ़ना शुरू कर दें तो उन्हें दिक्कत शुरू हो जाती है। ऐसे में यात्रा के दौरान किताब-मोबाइल से भी बचना चाहिए।
कैसे पाएं राहत?
- सफर के दौरान आगे की सीट पर बैठें और सामने की ओर ही देखें।
- यात्रा के दौरान किताब पढ़ने या मोबाइल देखने से बचें।
- सफर से पहले लाइफ फूड हैं। तेल मसालेदार हैवी फूड खाने से बचें।
- अदरक, लौंग, इलायची या पुदीना चबाना मददगार हो सकता है।
- ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से एंटी-मोशन सिकनेस टैबलेट ले सकते हैं।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
(कीर्ति)
