Mint Tea for Monsoon: मानसून में क्यों जरूरी है पुदीने की चाय? जानें बनाने का सही तरीका

पुदीने की चाय की फायदे (Image: AI)
बरसात की रिमझिम फुहारें, मिट्टी की सौंधी खुशबू और गर्मा-गर्म चाय का प्याला, मानसून का असली मजा तो कुछ खास चीजों के साथ ही आता है। लेकिन इस मौसम की नमी के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी धीरे-धीरे दस्तक देती हैं, जैसे पाचन संबंधी दिक्कतें, सर्दी-जुकाम, पेट में गैस, अपच और संक्रमण। ऐसे में अगर चाय सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत का खजाना भी बन जाए, तो कैसा हो?
पुदीने की चाय एक ऐसा ही मानसूनी रामबाण है, जो न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और पाचन को दुरुस्त रखता है। आइए जानें कि मानसून में पुदीने की चाय क्यों जरूरी है और इसे बनाने का सही तरीका क्या है।
पाचन तंत्र को रखे मजबूत
मानसून में सबसे ज्यादा दिक्कतें पेट से जुड़ी होती हैं। पुदीना एक नैचुरल डाइजेस्टिव हर्ब है, जो गैस, अपच और सूजन जैसी समस्याओं को दूर करता है।
इम्यूनिटी को देता है बूस्ट
पुदीने में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मानसून में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव करते हैं।
सर्दी-जुकाम से राहत
बारिश के मौसम में ठंडी हवा और बदलते तापमान के कारण गले में खराश और जुकाम आम हो जाता है। पुदीने की गर्म चाय सांस की नली को खोलती है और आराम देती है।
तनाव और थकान को करे दूर
पुदीने की खुशबू और ताजगी मानसून के सुस्त और भारीपन भरे मौसम में मन को शांत करती है और मूड फ्रेश करती है।
स्किन इंफेक्शन में भी फायदेमंद
मानसून में त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे फंगल इंफेक्शन, पसीने की एलर्जी आम हैं। पुदीने के डिटॉक्स गुण शरीर को अंदर से साफ करते हैं।
पुदीने की चाय बनाने का सही तरीका
- ताजे पुदीने की पत्तियां – 10
- पानी – 2 कप
- अदरक – ½ चम्मच
- शहद या गुड़ – स्वादानुसार
- नींबू रस – ½ चम्मच
- एक पैन में पानी डालकर उबालें
- इसमें अदरक और पुदीने की पत्तियां डालें
- 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें ताकि सारे पोषक तत्व पानी में आ जाएं
- गैस बंद करें और मिश्रण को छान लें
- स्वाद के लिए शहद या गुड़ मिलाएं। चाहें तो थोड़ा नींबू रस भी डाल सकते हैं
- गर्मागर्म पुदीने की चाय का आनंद लें
मानसून में स्वास्थ्य और स्वाद दोनों का ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में पुदीने की चाय एक बेहतरीन विकल्प है, जो शरीर को अंदर से हेल्दी रखती है और मानसून के मिजाज के साथ पूरी तरह मेल खाती है। अगली बार जब बारिश की बूंदें खिड़की से टकराएं, तो एक कप ताज़ा पुदीने की चाय जरूर आज़माएं – यह न सिर्फ गले को राहत देगी, बल्कि मूड को भी एकदम रिफ्रेश कर देगी।
(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर की सलाह के बिना पुदीना के चाय का सेवन न करें।
