Egg Side Effects: 5 हेल्थ कंडीशन में न खाएं अंडा, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

5 हेल्थ कंडीशन में अंडा खाने के नुकसान।
Egg Side Effects: अंडा प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स का पावरहाउस माना जाता है। इसे हेल्दी डाइट का अहम हिस्सा कहा जाता है, क्योंकि यह मसल्स को मजबूत, दिमाग को एक्टिव और बॉडी को एनर्जी देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ हेल्थ कंडीशन्स में अंडा फायदेमंद नहीं बल्कि हानिकारक साबित हो सकता है? जी हां, हर किसी के लिए अंडा खाना सही नहीं होता।
अगर शरीर पहले से किसी विशेष बीमारी या कमजोरी से जूझ रहा है, तो अंडे का सेवन कई बार उस समस्या को बढ़ा सकता है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ लोगों में यह एलर्जी, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल या डाइजेशन से जुड़ी परेशानी बढ़ा देता है। इसलिए चलिए जानते हैं उन हेल्थ कंडीशन्स के बारे में, जिनमें अंडा खाने से बचना चाहिए।
5 हेल्थ कंडीशंस में न खाएं अंडा
हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोग: अंडे की जर्दी (योक) में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है। अगर किसी को पहले से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो रोज़ाना अंडा खाने से धमनियों में ब्लॉकेज और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे लोगों को डॉक्टर की सलाह से ही सीमित मात्रा में अंडा लेना चाहिए।
फूड एलर्जी वाले लोग: कई लोगों को अंडे से एलर्जी होती है, खासकर बच्चों को। इससे स्किन पर रैशेज़, सांस लेने में दिक्कत या पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर अंडा खाने के बाद खुजली, सूजन या उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।
लिवर की समस्या: लिवर शरीर में फैट और प्रोटीन को प्रोसेस करता है। अंडे में मौजूद फैट लिवर पर अतिरिक्त बोझ डाल सकता है, जिससे फैटी लिवर या हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। ऐसे में अंडे का सेवन कम करें या सिर्फ अंडे की सफेदी तक सीमित रखें।
पाचन संबंधी परेशानी: अगर किसी को पेट में गैस, एसिडिटी या इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) की समस्या है, तो अंडा पचने में मुश्किल कर सकता है। इससे पेट फूलना, दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है। ऐसी स्थिति में हल्का और फाइबर युक्त खाना ज्यादा फायदेमंद रहता है।
हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीज: कुछ अध्ययनों के अनुसार अधिक मात्रा में अंडे का सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है, खासकर जब उसे तेल या मक्खन में तला जाए। इसमें मौजूद फैट और सोडियम हाई BP के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए ऐसे लोग उबले अंडे की सीमित मात्रा ही लें या डॉक्टर से परामर्श करें।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
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