health tips: घास पर सुबह-सुबह नंगे पैर चलने के हैं ये 5 बड़े फायदे, स्ट्रेस कम होने के अलावा 3 परेशानियां भी हो जाती हैं दूर

Benefits of walking barefoot
walking barefoot benefits: सुबह का समय न सिर्फ ध्यान और योग के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, बल्कि यह समय कुदरत से जुड़ने का भी बेहतरीन मौका देता है। अगर आप हर दिन सुबह घास पर नंगे पांव चलने की आदत डाल लें, तो इसके फायदे आपकी सोच से कहीं ज्यादा हो सकते हैं। इसे अर्थिंग या ग्राउंडिंग भी कहा जाता है, और वैज्ञानिक तौर पर इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स साबित हो चुके हैं।
यहां जानिए सुबह घास पर नंगे पांव चलने के 5 सबसे बड़े फायदे
1. तनाव और चिंता को करता है कम
सुबह की ताजी हवा, गीली घास और धरती से जुड़ने का एहसास-ये सभी मिलकर आपके दिमाग को शांत करते हैं। यह प्रक्रिया शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल को कम करती है और आपको दिनभर के लिए एक पॉजिटिव एनर्जी देती है। सिर्फ 10-15 मिनट घास पर चलने से मूड बेहतर होता है।
2. नींद की क्वालिटी में सुधार
नंगे पांव धरती को छूने से शरीर की बॉडी क्लॉक यानी जैविक घड़ी संतुलित होती है। शोध बताते हैं कि इससे मेलाटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन बेहतर होता है, जो गहरी और शांत नींद के लिए जरूरी है। सुबह की यह आदत रात को बेहतर नींद का कारण बनती है।
3. इम्यूनिटी करता है मजबूत
धरती से मिलने वाले नेगेटिव इलेक्ट्रॉन्स शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सुबह की धूप से मिलने वाला विटामिन D और घास पर चलने की आदत इम्यून सिस्टम को नेचुरल बूस्ट देती है। इसका असर आपके पूरे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है।
4. पैरों और मांसपेशियों को बनाता है मजबूत
जूतों में कैद रहने से हमारे पैरों की नैचुरल मूवमेंट रुक जाती है। जबकि नंगे पांव चलने से पैरों की छोटी-छोटी मसल्स, टेंडन्स और लिगामेंट्स मजबूत होते हैं। इससे आपकी बैलेंसिंग, पॉश्चर और चाल में सुधार होता है।
5. रक्त संचार को करता है बेहतर
घास पर चलने से पैरों के नर्व एंडिंग्स एक्टिवेट होती हैं और पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसका असर आपके दिल, दिमाग और बाकी अंगों तक ऑक्सीजन की बेहतर आपूर्ति के रूप में सामने आता है।
(प्रियंका कुमारी)
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सामान्य जानकारी के लिए है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है। डाइट को लेकर किसी भी सलाह या सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर/विशेषज्ञ से जरूर परामर्श लें।)