Salt in Chapati: आटे में नमक मिलाकर रोटी बनाना चाहिए या नहीं? फायदे और नुकसान जानकर लें निर्णय

आटे में नमक मिलाकर रोटी बनाने के फायदे और नुकसान।
Salt in Chapati: भारतीय रसोई में रोज बनने वाली रोटी में अक्सर स्वाद के लिए थोड़ा-सा नमक मिला दिया जाता है। बहुत से घरों में इसे आदत की तरह अपनाया गया है, लेकिन सवाल उठता है क्या आटे में नमक डालकर रोटी बनाना सेहत के लिहाज से सही है? क्या इससे शरीर को फायदा होता है या नुकसान?
स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ नमक शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स भी देता है, लेकिन जब इसका सेवन मात्रा से ज्यादा हो जाता है, तो यह हाई ब्लड प्रेशर, किडनी और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। जानते हैं आटे में नमक इस्तेमाल करने के फायदे एवं नुकसान।
आटे में नमक डालने के फायदे
स्वाद में सुधार – रोटी का स्वाद थोड़ा बेहतर हो जाता है, खासकर तब जब सब्जी या दाल हल्की हो।
शरीर में सोडियम की पूर्ति – बहुत कम मात्रा में नमक शरीर के लिए जरूरी होता है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहता है।
नुकसान जो नजरअंदाज न करें
ब्लड प्रेशर पर असर – रोटी के आटे में रोजाना नमक डालने से अनजाने में ज्यादा सोडियम शरीर में चला जाता है, जिससे हाई बीपी का खतरा बढ़ता है।
किडनी पर असर – अधिक नमक किडनी पर दबाव डालता है और लंबे समय में इसकी कार्यक्षमता प्रभावित कर सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक – जिन्हें नमक सीमित मात्रा में लेना होता है, उनके लिए रोटी के साथ अतिरिक्त नमक नुकसानदायक हो सकता है।
डायटीशियन मानते हैं कि शरीर को दिनभर में लगभग 5 ग्राम से कम नमक की जरूरत होती है। इसलिए बेहतर है कि रोटी के आटे में नमक न मिलाकर जरूरत के अनुसार सब्जी या दाल में ही नमक लिया जाए। इससे नमक की मात्रा कंट्रोल में रहती है।
अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं या पहले से हाई बीपी, हार्ट या किडनी संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं, तो आटे में नमक डालने से बचें। स्वाद के लिए आप हर्ब्स या दही जैसे हेल्दी ऑप्शन से रोटी को खा सकते हैं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
