Neck Warts: गर्दन के आसपास उभर आए हैं मस्से? इन बीमारियों का हो सकते हैं संकेत, हो जाएं अलर्ट

Neck warts early sign of diseases
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गर्दन पर मस्से होना बीमारियों का है संकेत।
Neck Warts: गले के आसपास उगने वाले मस्सों को सामान्य नहीं समझना चाहिए। कई बार ये बीमारियों के आने का शुरुआत संकेत भी होता है।

Neck Warts: गर्दन के आसपास छोटे-छोटे मस्से या स्किन टैग्स दिखना आम बात लग सकती है, लेकिन कई बार यह सिर्फ कॉस्मेटिक इश्यू नहीं बल्कि शरीर के अंदर छिपी बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। बहुत से लोग इसे उम्र या स्किन की सामान्य स्थिति समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर यह लगातार बढ़ रहे हों या खुजली-जलन जैसी समस्या हो, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

गर्दन के पास मस्से बढ़ना हार्मोनल असंतुलन, इंसुलिन रेजिस्टेंस, मोटापा, या डायबिटीज जैसे गंभीर कारणों से जुड़ा हो सकता है। इसलिए इनकी पहचान और सही इलाज बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि गर्दन पर मस्से किन बीमारियों का संकेत हो सकते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।

3 बीमारियों का हो सकते हैं संकेत

डायबिटीज या इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत: अगर गर्दन या बगल के आसपास अचानक मस्से बढ़ने लगें, तो यह इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता, जिससे ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो जाता है।

रिसर्च के अनुसार, ऐसे लोगों में मस्सों के साथ-साथ गर्दन का रंग भी काला पड़ सकता है, जिसे ‘Acanthosis Nigricans’ कहा जाता है। ऐसे मामलों में ब्लड शुगर टेस्ट करवाना जरूरी है।

हार्मोनल बदलाव या मोटापा: महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की वजह से भी मस्से बन सकते हैं। वजन बढ़ने और हार्मोन में उतार-चढ़ाव से स्किन सेल्स की ग्रोथ प्रभावित होती है, जिससे ये छोटे ग्रोथ्स विकसित होने लगते हैं। मोटापा भी इसका बड़ा कारण है क्योंकि इससे त्वचा की तहों में रगड़ बढ़ती है और मस्से बनने लगते हैं।

स्किन फ्रिक्शन या ह्यूमिडिटी: कई बार गर्दन के मस्से किसी बीमारी से नहीं बल्कि लगातार रगड़ या पसीने की वजह से भी बन जाते हैं। खासकर गर्म और उमस भरे मौसम में, जब गर्दन पर गहनों या कपड़ों से घर्षण होता है, तब स्किन टैग्स विकसित हो सकते हैं।

हालांकि ये नुकसानदायक नहीं होते, लेकिन अगर इनकी संख्या बढ़ रही है या दर्द महसूस हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

मस्सों से बचाव और सावधानियां

  • शरीर का वजन कंट्रोल में रखें।
  • गर्दन और बगल के हिस्से को साफ और सूखा रखें।
  • सिंथेटिक कपड़ों से बचें, कॉटन पहनें।
  • ज्यादा गहने या चेन पहनने से बचें।
  • मस्सों को खुद काटने या नोचने की गलती न करें।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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लेखक: (कीर्ति)

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