गर्मी के मौसम में किस वजह से आता है हार्ट अटैक, जानिए लक्षण और बचने के उपाय

जैसे ही तापमान 40 डिग्री के पार पहुंचता है, हमारे शरीर पर गर्मी का सीधा असर दिखने लगता है। गर्मी सिर्फ असहज नहीं होती, यह जानलेवा भी हो सकती है। कई बार लोग सोचते हैं कि दिल का दौरा सिर्फ सर्दियों की समस्या है, लेकिन हकीकत यह है कि गर्मी भी दिल पर भारी पड़ सकती है। खासकर जब शरीर डिहाइड्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर और हीट स्ट्रेस से जूझ रहा हो। अब हम समझेंगे कि गर्मी के मौसम में हार्ट अटैक क्यों आता है, इसके लक्षण और कैसे आसान उपायों से बचा जा सकता है।
गर्मी में हार्ट अटैक आने का कारण
गर्मियों में शरीर से ज्यादा मात्रा में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स पसीने के रूप में बाहर निकल जाते हैं। इससे ब्लड वॉल्यूम घटता है और दिल को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे दिल पर जोर बढ़ता है।
जब शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और उसे ठंडा करने की प्रक्रिया ठीक से काम नहीं करती, तो दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। ये स्थिति हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर हालत में बदल सकती है, जो दिल को बड़ा झटका दे सकती है।
तेज गर्मी में शरीर की नसें फैल जाती हैं और शरीर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए मेहनत करता है। इससे दिल की धड़कन तेज हो जाती है और खतरा बढ़ जाता है।
गर्मी में अगर कोई ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी कर रहे हैं तो ये दिल के लिए खतरनाक हो सकता है।
हार्ट अटैक के लक्षण
सीने में तेज या दबाव वाला दर्द
बाएं हाथ, पीठ, जबड़े या गर्दन में दर्द फैलना
सांस फूलना
तेज पसीना आना
अचानक थकान या चक्कर आना
घबराहट या बेचैनी लगना
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी, छाछ जैसे पेय पीते रहें।
दोपहर 11 से 4 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें। अगर निकलना जरूरी हो, तो टोपी, छाता और हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।
पहले से कोई हृदय संबंधी बीमारी है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं नियमित लें और ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट की निगरानी रखें।
गर्मियों में सुबह जल्दी या शाम को हल्की एक्सरसाइज करें। बहुत अधिक वर्कआउट दिल के लिए खतरा बन सकता है।
तली-भुनी चीजें न खाएं। ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं जो शरीर को ठंडक दें और डिहाइड्रेशन से बचाएं।