Feeling Thirsty at Night: रात में बार-बार प्यास लगती है? इन 4 बीमारियों की हो सकती है शुरुआत

रात में बार-बार प्यास लगना 4 बीमारियों के लक्षण।
Feeling Thirsty at Night: रात को गहरी नींद में बार-बार प्यास लगना और उठकर पानी पीना अगर कभी-कभार हो, तो यह सामान्य बात मानी जा सकती है। लेकिन जब यह आदत रोजाना की दिनचर्या बन जाए और नींद बार-बार टूटे, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। कई बार लोग इसे केवल मौसम या शारीरिक थकान से जोड़कर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि लगातार रात में प्यास लगना शरीर के अंदर किसी असंतुलन या बीमारी का परिणाम हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रात में बार-बार पानी पीने की यह आदत कई बार डिहाइड्रेशन से लेकर डायबिटीज और किडनी की बीमारियों तक का संकेत देती है। खासतौर पर जब यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। जयपुर स्थित नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रवीण गुप्ता के अनुसार, यह स्थिति “नॉक्टूरिया” या “पॉलिडिप्सिया” कहलाती है, जो नॉर्मल नहीं मानी जाती।
रात में बार-बार प्यास लगने की मुख्य वजहें:
डायबिटीज मेलिटस (Type 2 Diabetes):
जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से ज्यादा बढ़ जाता है, तो शरीर उसे यूरिन के ज़रिए बाहर निकालने की कोशिश करता है। इस कारण पेशाब बार-बार आता है और शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। डिहाइड्रेशन से बार-बार प्यास लगती है और व्यक्ति नींद से उठकर पानी पीने के लिए मजबूर होता है।
डायबिटीज इन्सिपिडस (Diabetes Insipidus):
यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर का पानी का संतुलन बिगड़ जाता है। किडनी और हार्मोनल प्रणाली में असंतुलन की वजह से बार-बार पेशाब आता है और साथ ही लगातार प्यास लगती रहती है। यह एंटी-डाइयूरेटिक हार्मोन (ADH) की कमी के कारण होता है।
किडनी से जुड़ी समस्याएं:
क्रोनिक किडनी डिजीज या अन्य किडनी विकारों की वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ सकता है। इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है और परिणामस्वरूप व्यक्ति को रात में बार-बार प्यास लगती है। अगर ऐसा लक्षण लंबे समय तक दिखे, तो किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर कराना चाहिए।
स्लीप एपनिया:
इस बीमारी में व्यक्ति की नींद के दौरान सांस बार-बार रुकती है। इसके कारण मुंह सूखता है और प्यास लगने की स्थिति पैदा होती है। यह समस्या खर्राटों और बेचैन नींद के साथ भी देखी जा सकती है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
