Fatty Liver Disease: क्यों होती है फैटी लिवर की समस्या, इससे बचाव के लिए कैसी हो लाइफस्टाइल? जानिए

फैटी लिवर की समस्या से बचाव के टिप्स।
Fatty Liver Disease: आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हेल्थ प्रायोरिटी नहीं रही। खासतौर पर जब बात लिवर हेल्थ की आती है, तो ज्यादातर लोग इसे तब तक नजरअंदाज करते हैं जब तक कोई गंभीर समस्या न हो जाए। फैटी लिवर एक ऐसी ही चुपचाप बढ़ने वाली बीमारी है, जो लिवर की कोशिकाओं में जरूरत से ज्यादा चर्बी जमा होने के कारण होती है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो ये समस्या आगे चलकर लिवर सिरोसिस या लिवर फेलियर तक का कारण बन सकती है।
पिछले कुछ सालों में फैटी लिवर के केस तेजी से बढ़े हैं, खासकर शहरी आबादी में। इसका सबसे बड़ा कारण है गलत खानपान, लंबे समय तक बैठकर काम करना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी। अच्छी बात ये है कि थोड़ी सी जागरूकता और हेल्दी लाइफस्टाइल से इस समस्या से बचा जा सकता है या शुरुआती स्टेज में इसे रिवर्स भी किया जा सकता है।
क्यों होती है फैटी लिवर की समस्या?
फैटी लिवर तब होता है जब लिवर की कोशिकाओं में वसा (फैट) जमा हो जाती है। आमतौर पर ये दो तरह का होता है –
NAFLD (नॉन एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज़) – जब शराब न पीने वालों में फैटी लिवर हो।
AFLD (एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज़) – जब ज्यादा शराब पीने की वजह से लिवर में फैट जमा हो जाए।
NAFLD का मुख्य कारण होता है हाई कैलोरी और फैट वाला खाना, मीठे ड्रिंक्स, फास्ट फूड, मोटापा, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत। कई बार यह समस्या उन लोगों में भी देखी गई है जो बहुत पतले होते हैं लेकिन उनका खानपान असंतुलित होता है।
फैटी लिवर से बचाव के लिए कैसी हो लाइफस्टाइल?
हेल्दी डाइट लें: फैटी, फ्राइड और मीठी चीजों से दूरी बनाएं। डाइट में फाइबर, हरी सब्जियां, फल, ओट्स, ब्राउन राइस और गुड फैट्स जैसे एवोकाडो, नट्स और ऑलिव ऑयल शामिल करें।
नियमित एक्सरसाइज: रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है। ब्रिस्क वॉक, योग, साइक्लिंग या स्विमिंग मददगार होती हैं।
शराब से दूरी: एल्कोहल लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इससे पूरी तरह बचना चाहिए।
वज़न नियंत्रित रखें: धीरे-धीरे वजन कम करना फैटी लिवर को कंट्रोल करने में मदद करता है। अचानक वजन घटाने से भी लिवर पर असर पड़ सकता है, इसलिए प्रोफेशनल की सलाह लें।
रेगुलर हेल्थ चेकअप: लिवर एंजाइम्स की जांच और अल्ट्रासाउंड जैसी जांच से फैटी लिवर की जानकारी जल्दी मिल सकती है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)