Ear Vax Cleaning: कान में मैल जमने से कम सुनाई दे रहा? दादी-नानी के 5 घरेलू नुस्खे दूर करेंगे परेशानी

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कान का मैल साफ करने के घरेलू उपाय।

Ear Vax Cleaning: कान की नियमित सफाई न की जाए तो इसमें ज्यादा मैल जम जाता है। जिससे सुनाई कम देने लगता है। आप घरेलू नुस्खों की मदद से कान का मैल साफ कर सकते हैं।

Ear Vax Cleaning: पुराने समय में जब मेडिकल सुविधाएँ सीमित थीं, तब दादी-नानी के घरेलू नुस्खे ही हर छोटी-बड़ी परेशानी का इलाज हुआ करते थे। कान का मैल साफ करने के लिए भी उनके पास कुछ ऐसे प्राकृतिक और कारगर उपाय होते थे जो आज भी उतने ही प्रभावशाली हैं। इन नुस्खों में न केमिकल होता है और न ही कोई साइड इफेक्ट।

कान में जमा मैल अगर समय रहते साफ न किया जाए, तो यह सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है और संक्रमण की वजह बन सकता है। नीचे दिए गए घरेलू उपाय न केवल कान की सफाई में मदद करते हैं, बल्कि सुरक्षित भी होते हैं। आइए जानें दादी-नानी के आजमाए हुए 5 असरदार उपाय।

घरेलू नुस्खों से करें कान साफ

सरसों का तेल

दादी-नानी के अनुसार, हल्का गुनगुना सरसों का तेल कान में डालने से जमा हुआ मैल धीरे-धीरे पिघल जाता है। 2 बूंद गुनगुना तेल ड्रॉपर से कान में डालें और सिर को थोड़ी देर झुका कर रखें। यह पुराना और सुरक्षित तरीका कान को अंदर से साफ करने में बेहद मददगार होता है।

लहसुन और तिल का तेल

लहसुन को तिल के तेल में गर्म करके छान लें। जब तेल गुनगुना हो, तो 1–2 बूंद कान में डालें। यह उपाय न केवल मैल को ढीला करता है, बल्कि संक्रमण को भी रोकता है। लहसुन के एंटीबैक्टीरियल गुण कान की रक्षा करते हैं, इसलिए यह उपाय पीढ़ियों से अपनाया जा रहा है।

अजवाइन और सरसों तेल

दादी-नानी अजवाइन को सरसों के तेल में गर्म करके कान की सफाई के लिए इस्तेमाल करती थीं। यह मिश्रण कान के भीतर जमी गंदगी को नरम करता है और बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक गर्माहट होती है जो कान में खुजली या चुभन को भी कम करती है।

हल्का गरम पानी और सूती कपड़ा

अगर कान में ज्यादा मैल नहीं है, तो एक मुलायम सूती कपड़ा गुनगुने पानी में भिगोकर हल्के से निचोड़ें और कान के बाहरी हिस्से को साफ करें। यह तरीका बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत सुरक्षित होता है और दैनिक सफाई के लिए उपयोगी है।

देसी घी का प्रयोग

दादी-नानी देसी घी को हल्का गर्म करके कान में डालने की सलाह देती थीं। यह कान के अंदर की त्वचा को नम बनाए रखता है और जमा हुआ मैल मुलायम होकर धीरे-धीरे बाहर आ जाता है। देसी घी का यह गुण कान को सूखने और खुजली से भी बचाता है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)

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