Boiled Water: गर्म पानी से रोज़ तो नहीं नहाते आप? 5 परेशानियां हो सकती हैं शुरू, जान लें इन्हें

गर्म पानी से नहाने के नुकसान।
Boiled Water: गर्म पानी से नहाना सिर्फ ठंड के मौसम तक सीमित नहीं है। बहुत से लोग हर मौसम में इसे अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बनाते हैं क्योंकि यह मांसपेशियों को राहत देता है और दिनभर की थकान को दूर करता है। गर्म पानी से नहाने के तुरंत बाद शरीर में आराम का एहसास होता है, लेकिन यह आदत लंबे समय में शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अधिक गर्म पानी से नहाना त्वचा, बालों और ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर डाल सकता है। यह नेचुरल ऑयल्स को खत्म कर त्वचा को ड्राय बना देता है और बालों की जड़ों को कमजोर कर सकता है। अगर आप भी रोजाना गर्म पानी से नहाते हैं, तो इसके साइड इफेक्ट्स को जानना जरूरी है ताकि वक्त रहते सही सावधानी बरती जा सके।
5 परेशानियां हो सकती हैं शुरू
स्किन ड्रायनेस और इरिटेशन
गर्म पानी से नहाने से त्वचा की नेचुरल ऑयल लेयर खत्म हो जाती है, जिससे स्किन रूखी और बेजान हो जाती है। यह ड्राय स्किन वालों के लिए और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। स्किन में खुजली, जलन और रैशेज़ जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं अगर रोजाना गर्म पानी से नहाया जाए।
बालों की जड़ें कमजोर होती हैं
बहुत ज्यादा गर्म पानी से सिर धोने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और बाल झड़ने लगते हैं। इससे स्कैल्प भी ड्राय हो जाता है, जिससे डैंड्रफ की समस्या बढ़ सकती है। गर्म पानी से बालों की शाइन खत्म हो सकती है और बाल बेजान लगने लगते हैं।
ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव
गर्म पानी से नहाने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है, जिससे कुछ लोगों को चक्कर या थकावट महसूस हो सकती है। हाई या लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को बहुत गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए क्योंकि यह हार्टबीट को असामान्य बना सकता है।
त्वचा पर एजिंग का असर जल्दी दिखता है
गर्म पानी त्वचा की इलास्टिसिटी को नुकसान पहुंचाता है, जिससे झुर्रियां और फाइन लाइन्स जल्दी दिखने लगती हैं। जो लोग ज्यादा गर्म पानी से रोज़ नहाते हैं, उनकी स्किन पर उम्र का असर जल्दी दिख सकता है। इससे स्किन की ग्लो और यंगनेस खत्म हो जाती है।
इम्यूनिटी पर असर पड़ सकता है
अत्यधिक गर्म पानी से नहाने से शरीर का तापमान असंतुलित हो सकता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ सकता है। इससे सर्दी-जुकाम, थकान या बार-बार बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)