Extra Salt Side Effects: ज्यादा नमक खाने की आदत न पड़ जाए भारी, जान लें ऐसा करने के 6 बड़े नुकसान

ज्यादा नमक खाने के नुकसान।
Extra Salt Side Effects: नमक हर खाने का स्वाद बढ़ाने वाला एक ज़रूरी तत्व है, लेकिन जब इसका सेवन जरूरत से ज्यादा होने लगे, तो यही नमक शरीर के लिए जहर बन सकता है। हमारी रोजमर्रा की डाइट में छुपे हुए नमक की मात्रा को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं – जैसे चिप्स, बिस्किट, अचार, प्रोसेस्ड फूड और सॉस में छुपा हुआ नमक। यही छिपा हुआ नमक धीरे-धीरे हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
ज्यादा नमक खाने से शरीर में कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है जैसे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज़, हड्डियों की कमजोरी और किडनी से जुड़ी समस्याएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए, लेकिन अधिकांश लोग इससे कहीं ज्यादा सेवन कर रहे हैं।
ज्यादा नमक खाने के 6 बड़े नुकसान
हाई ब्लड प्रेशर होना
ज्यादा नमक खाने से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है, जिससे रक्त का दबाव बढ़ता है। यह हाई ब्लड प्रेशर का मुख्य कारण है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। अगर आप पहले से ही हाई बीपी के मरीज हैं तो नमक का सेवन सीमित करना और भी जरूरी हो जाता है।
किडनी पर बुरा असर
नमक की अधिक मात्रा किडनी को अत्यधिक मेहनत करने पर मजबूर करती है जिससे उसकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। इससे किडनी फेलियर या स्टोन बनने का खतरा भी बढ़ सकता है। सोडियम की अधिकता से यूरिन के माध्यम से कैल्शियम का नुकसान भी होता है जो किडनी के लिए खतरनाक है।
हृदय रोग का खतरा
ज्यादा नमक हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे हृदय की रक्त धमनियाँ संकुचित हो जाती हैं। इससे हार्ट पंपिंग में दिक्कत आती है और हार्ट अटैक या दिल की अन्य बीमारियाँ हो सकती हैं। जो लोग पहले से ही दिल के मरीज हैं उन्हें नमक को खासतौर पर कंट्रोल में रखना चाहिए।
हड्डियाँ कमजोर होना
अत्यधिक नमक से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है क्योंकि ज्यादा नमक पेशाब के ज़रिए कैल्शियम को बाहर निकाल देता है। इससे हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएँ हो सकती हैं, खासकर महिलाओं में।
सूजन और वाटर रिटेंशन
नमक की अधिकता शरीर में पानी को रोककर रखती है, जिससे सूजन (bloated feeling) महसूस होती है। चेहरे, हाथ-पैर या पेट में सूजन आ सकती है। यह लिवर या किडनी पर भी दबाव डाल सकता है और शरीर को थका हुआ महसूस करा सकता है।
प्यास ज्यादा लगना और डिहाइड्रेशन
ज्यादा नमक से शरीर में पानी की मांग बढ़ जाती है जिससे लगातार प्यास लगती है। अगर पानी की पूर्ति नहीं हो पाती, तो शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकता है, जिससे थकान, चक्कर और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)