अदरक के फायदे: मानसून में इम्यूनिटी होगी बूस्ट, सर्दी-जुकाम से मिलेगी राहत; 6 कमाल के लाभ मिलेंगे

मानसून में अदरक खाने के फायदे।
Ginger Health Benefits: मानसून में मौसम जितना सुकून देने वाला होता है, उतनी ही बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखना जरूरी हो जाता है। अदरक एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है, जो न केवल स्वाद बढ़ाती है, बल्कि कई सेहतमंद गुणों से भी भरपूर होती है। खासकर बारिश के समय इसे खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
अदरक में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मानसून में होने वाली सर्दी-जुकाम, पाचन संबंधी समस्याओं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं अदरक के 6 जबरदस्त फायदे जो इसे मानसून का सुपरफूड बनाते हैं।
सर्दी-जुकाम से राहत
मानसून में तापमान के उतार-चढ़ाव की वजह से सर्दी-जुकाम आम हो जाता है। अदरक की गर्म तासीर और एंटी-वायरल गुण गले की खराश, बंद नाक और खांसी में राहत पहुंचाते हैं। अदरक की चाय या उसका रस इन लक्षणों को जल्दी दूर करता है।
पाचन क्रिया सुधारे
बरसात में पाचन गड़बड़ होना आम बात है। अदरक गैस, अपच और भारीपन को कम करता है। यह पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से डाइजेस्ट होता है। खाने से पहले अदरक-नींबू का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
इम्यूनिटी मजबूत करे
अदरक में मौजूद जिंजरॉल और एंटीऑक्सीडेंट तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। ये शरीर को वायरल संक्रमण से बचाते हैं और संक्रमण की गंभीरता को भी कम करते हैं। रोज़ाना थोड़ी मात्रा में अदरक लेना फायदेमंद होता है।
जोड़ों के दर्द में आराम
मानसून में कई लोगों को जोड़ों में अकड़न और दर्द की समस्या होती है। अदरक में मौजूद सूजन-रोधी गुण इस दर्द को कम करने में मदद करते हैं। अदरक का तेल लगाने से भी आराम मिलता है और सूजन घटती है।
गले की खराश से राहत
बारिश में ठंडी चीजों के सेवन से गले में खराश हो सकती है। अदरक शहद के साथ मिलाकर खाने से गले की जलन और सूजन कम होती है। यह गले की मांसपेशियों को आराम देता है और संक्रमण से भी बचाता है।
भूख बढ़ाने में मददगार
बरसात में भूख कम लगने की शिकायत आम होती है। अदरक के तीखे स्वाद और एंजाइम को उत्तेजित करने वाले गुण पेट की सफाई करते हैं और भूख बढ़ाते हैं। खाने से पहले अदरक का सेवन इस समस्या को दूर कर सकता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
