अलसी खाएंगे तो पाएंगे 6 फायदे: फाइबर से भरपूर दिल का रखती है ख्याल, डायबिटीज-वजन को करती है काबू

अलसी खाने के 6 बड़े फायदे।
Flax seeds Benefits: अलसी सेहत के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं है। इसके छोटे-छोटे बीज दिखने में भले ही मामूली लगें, लेकिन इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और लिगनन जैसे पोषक तत्व भरपूर होते हैं। इन्हें रोज़ाना आहार में शामिल करने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं।
चाहे वजन घटाने की बात हो, दिल की सेहत सुधारनी हो या फिर स्किन और बालों को ग्लोइंग बनाना हो अलसी का नियमित सेवन कारगर साबित हो सकता है। आइए जानें अलसी खाने के 6 अहम फायदे, जो इसे रोजमर्रा की डाइट में शामिल करने के लिए जरूरी बनाते हैं।
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद
अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है। यह धमनियों में प्लाक बनने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है। दिल के मरीज़ों के लिए अलसी का सेवन खासतौर पर फायदेमंद होता है।
वजन घटाने में मददगार
अलसी में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखती है। इससे भूख कम लगती है और ओवरईटिंग से बचा जा सकता है। अलसी का पाउडर पानी या दही में मिलाकर लेने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
फाइबर रिच अलसी पेट की सफाई में मदद करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके सेवन से आंतों की मूवमेंट बेहतर होती है और पेट हल्का महसूस होता है। यह पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है और गैस व अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
डायबिटीज कंट्रोल करता है
अलसी में मौजूद लिगनन और फाइबर ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। यह इंसुलिन की संवेदनशीलता को सुधारता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन ब्लड शुगर स्पाइक्स को कंट्रोल में रखता है।
स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
अलसी का तेल और बीज दोनों ही स्किन को हाइड्रेटेड रखते हैं और उसे ग्लोइंग बनाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फैटी एसिड्स त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। साथ ही बालों को मजबूत और चमकदार बनाते हैं।
कैंसर से लड़ने में मददगार
अलसी में मौजूद लिगनन एक प्रकार का प्लांट कंपाउंड है, जो एस्ट्रोजन हॉर्मोन को बैलेंस करता है। यह ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और कोलन कैंसर जैसे हॉर्मोन-डिपेंडेंट कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। नियमित सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
