Fasting Blood Sugar: फास्टिंग ब्लड शुगर बढ़ने से हैं परेशान? 5 घरेलू नुस्खे आज़माएं, कंट्रोल में रहेगी डायबिटीज़

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फास्टिंग ब्लड शुगर कंट्रोल करने के घरेलू उपाय।

Fasting Blood Sugar: फास्टिंग ब्लड शुगर को काबू में रखना बेहद जरूरी है। इसके के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।

Fasting Blood Sugar: डायबिटीज आज के दौर की सबसे आम बीमारियों में से एक बन गई है, और इसका सबसे जरूरी पहलू है फास्टिंग शुगर को कंट्रोल में रखना। फास्टिंग शुगर यानी खाली पेट लिया गया ब्लड शुगर लेवल, डायबिटीज का सबसे अहम संकेत माना जाता है। अगर यह लगातार हाई बना रहे, तो शरीर के अंगों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।

दवाओं के अलावा कुछ घरेलू उपाय भी ऐसे हैं जो फास्टिंग शुगर को नेचुरली कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। ये उपाय सस्ते, आसान और सुरक्षित होते हैं। यहां हम बता रहे हैं 5 असरदार घरेलू तरीके, जिन्हें अपनाकर आप फास्टिंग शुगर लेवल को बेहतर बना सकते हैं।

5 घरेलू नुस्खे आएंगे काम

मेथी दाना पानी

मेथी के दानों में फाइबर और एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं। रात को एक चम्मच मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका पानी पिएं। चाहें तो दानों को भी चबा सकते हैं। यह उपाय फास्टिंग शुगर को धीरे-धीरे कम करने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म भी सुधारता है।

करेले का जूस

करेला प्राकृतिक इंसुलिन की तरह काम करता है। इसका जूस सुबह खाली पेट पीने से फास्टिंग ब्लड शुगर में गिरावट आती है। रोजाना 30–50 ml ताजा करेले का जूस पीने से पैंक्रियाज की कार्यक्षमता सुधरती है और ग्लूकोज कंट्रोल में रहता है। ध्यान दें, इसका स्वाद कड़वा होता है लेकिन फायदे बेहद मीठे हैं।

दालचीनी पाउडर

दालचीनी में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने की क्षमता होती है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर रोज सुबह सेवन करें। इससे फास्टिंग शुगर लेवल संतुलन में रहता है और कार्ब्स के अवशोषण की गति धीमी होती है। यह घरेलू नुस्खा प्री-डायबिटिक लोगों के लिए भी उपयोगी है।

अलसी के बीज (Flaxseeds)

अलसी के बीज ओमेगा-3 और घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर को स्थिर रखने में सहायक हैं। सुबह एक चम्मच पिसी हुई अलसी को पानी के साथ खाली पेट लें। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और शुगर के उतार-चढ़ाव को रोकता है। इसे दही या स्मूदी में भी मिलाया जा सकता है।

आंवला जूस और हल्दी

आंवला विटामिन C का स्रोत है और हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। दोनों मिलाकर पीने से पैंक्रियाज की कार्यक्षमता बढ़ती है और इंसुलिन उत्पादन बेहतर होता है। सुबह खाली पेट एक चम्मच आंवला जूस में चुटकी भर हल्दी मिलाकर पीने से फास्टिंग शुगर पर सकारात्मक असर पड़ता है।

फास्टिंग शुगर कंट्रोल करना केवल दवा पर निर्भर नहीं करता, बल्कि सही दिनचर्या और घरेलू उपाय भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। ऊपर बताए गए पांच नुस्खे प्राकृतिक हैं और नियमित रूप से अपनाए जाएं तो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। डायबिटीज के मरीज इन उपायों को अपनाकर अपनी सेहत को लंबे समय तक संतुलित रख सकते हैं।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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