Guava Leaves: इस पेड़ का फल ही नहीं पत्ता भी है कमाल! बालों का झड़ना कम करे, पाचन में लाए सुधार

अमरूद की पत्तियों के सेवन के बड़े फायदे। (Image-AI)
Guava Leaves Benefits: अमरूद फल के तौर पर तो बेहद फायदेमंद होता ही है, लेकिन इसके पेड़ के पत्ते भी बेहद गुणकारी होते हैं। ये कई घरेलू नुस्खों में असर दिखाते हैं। इतना ही नहीं कई बीमारियों में भी लाभकारी होते हैं। आयुर्वेद में अमरूद की पत्तियों को कई रोगों के इलाज में उपयोगी बताया गया है।
अमरूद के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं अमरूद के पत्तों के सेवन के बड़े फायदे।
अमरूद के पत्ते खाने के 5 बड़े फायदे
डायबिटीज कंट्रोल में मददगार
डायबिटीज मरीजों के लिए अमरूद की पत्तियां फायदेमंद हो सकती हैं। ये पत्तियां ब्लड शुगर कंट्रोल करने में बेहद असरदार मानी जाती हैं। इनकी चाय पीने से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ती है और शुगर के लेवल में सुधार होता है। रोज सुबह खाली पेट अमरूद की पत्तियों का काढ़ा पीना फायदेमंद रहता है।
पेट के रोगों से राहत
पेट के रोगों में अमरूद की पत्तियां बेहद असरदार साबित हो सकती हैं। अमरूद की पत्तियां गैस, बदहजमी या दस्त की समस्या में रामबाण हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो आंतों की सफाई में मदद करते हैं। अमरूद की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पीने से पेट की जलन और इंफेक्शन कम होता है।
बालों को झड़ने से रोकें
अमरूद की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स बालों की जड़ों को मज़बूती देते हैं और स्कैल्प को हेल्दी बनाते हैं। अमरूद की पत्तियों का पेस्ट बनाकर सिर में लगाने से बाल मजबूत होते हैं। ये पत्ते पानी में उबालकर उसे स्कैल्प पर लगाने से बाल झड़ने की समस्या में राहत मिलती है।
मुंहासों और पिंपल्स से छुटकारा
अमरूद की पत्तियां एंटीबैक्टीरियल गुण लिए होती हैं जो स्किन पर होने वाले बैक्टीरिया को खत्म करती हैं। इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे और पिंपल्स से भी राहत मिलती है। यह स्किन को क्लीन और ग्लोइंग बनाती है।
इम्यूनिटी बूस्ट करती हैं
अमरूद की पत्तियों में विटामिन सी और फ्लावोनॉयड्स पाया जाता है जो शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट करते हैं। रोजाना इनकी चाय पीने से शरीर वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में बेहतर बनता है और बार-बार बीमार पड़ने की आशंका कम होती है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
