Clove Benefits: ओरल हेल्थ सुधारती है लौंग, पाचन संबंधी परेशानियां दूर करती है, जान लें 5 फायदे

लौंग खाने के सेहत से जुड़े लाभ।
Clove Benefits: रसोई में मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली लौंग न सिर्फ स्वाद बढ़ाती है, बल्कि इसमें सेहत का खजाना भी छिपा है। छोटी सा दिखने वाला यह मसाला कई बीमारियों से बचाने की ताकत रखता है। इसमें पाया जाने वाला यूजेनॉल नामक कंपाउंड शरीर में सूजन कम करता है, पाचन सुधारता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
सर्दी-जुकाम से लेकर दांत के दर्द तक, लौंग हर तरह की परेशानी में राहत देती है। इसे खाने या पीसकर इस्तेमाल करने से शरीर को प्राकृतिक एनर्जी मिलती है और कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से बचाव होता है।
लौंग खाने के 5 बड़े फायदे
पाचन को बनाए दुरुस्त: लौंग खाने से पेट की गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर रहती हैं। यह पेट में पाचन रसों के सिक्रेशन को बढ़ाती है, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है। खासतौर पर भारी भोजन के बाद अगर एक लौंग चबा ली जाए, तो पेट फूलने और भारीपन से राहत मिलती है।
दांत और मसूड़ों का रखे ख्याल: लौंग में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दांत के दर्द, मसूड़ों की सूजन और मुंह की बदबू को दूर करते हैं। पुराने समय से लौंग का तेल टूथ पेन रिलीवर के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। रोजाना एक लौंग चबाने से मुंह में बैक्टीरिया नहीं पनपते और दांत मजबूत रहते हैं।
सर्दी-जुकाम में राहत: सर्दी के मौसम में लौंग किसी दवा से कम नहीं। यह गले की खराश, खांसी और जुकाम में तेजी से असर दिखाती है। लौंग को शहद के साथ खाने या चाय में उबालकर पीने से गला खुलता है और कफ कम होता है। इसकी गर्म तासीर शरीर में गर्माहट बनाए रखती है, जिससे ठंड से बचाव होता है।
इम्यून सिस्टम को बनाती मजबूत: लौंग में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाती है। नियमित रूप से लौंग का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह संक्रमण और वायरल बीमारियों से बचाव करती है और शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है।
शुगर लेवल को रखे कंट्रोल: डायबिटीज के मरीजों के लिए लौंग किसी नेचुरल दवा से कम नहीं। रिसर्च बताती है कि लौंग ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करती है। यह इंसुलिन प्रोडक्शन को बैलेंस करती है और अचानक शुगर लेवल बढ़ने से रोकती है। रोज सुबह खाली पेट एक लौंग खाना डायबिटीज कंट्रोल में सहायक हो सकता है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
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(लेखक:कीर्ति)
