Kidney Health: किडनी को हेल्दी रखेंगी ये 5 आदतें, डेली रूटीन में अपनाकर पाएं फिटनेस

किडनी को हेल्दी रखेंगी 5 आदतें।
Kidney Health: किडनी हेल्दी रहना बेहद जरूरी है और इसकी फंक्शनिंग प्रभावित होने पर इसका पूरे शरीर पर असर दिखने लगता है। किडनी खून को साफ करने, टॉक्सिन्स निकालने और शरीर में मिनरल्स का संतुलन बनाए रखने का काम करती है। लेकिन खराब लाइफस्टाइल, असंतुलित खानपान किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित करती है और शरीर में विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं।
अगर आप अपनी किडनी को सालों तक हेल्दी और एक्टिव रखना चाहते हैं, तो कुछ सरल लेकिन असरदार आदतें अपनाना बेहद ज़रूरी है। ये 5 आदतें न सिर्फ किडनी को मज़बूत बनाती हैं बल्कि ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखती हैं।
किडनी को हेल्दी रखने वाली आदतें
पर्याप्त पानी पीना है सबसे ज़रूरी: दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना किडनी के लिए सबसे अच्छी हेल्थ हैबिट मानी जाती है। पानी खून में मौजूद हानिकारक तत्वों को मूत्र के ज़रिए बाहर निकालने में मदद करता है। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए, तो किडनी पर ज्यादा दबाव पड़ता है। एक दिन में कम से कम 2.5 से 3 लीटर पानी पीना ज़रूरी है।
संतुलित और लो-सोडियम डाइट लें: किडनी को फिट रखने के लिए नमक की मात्रा को सीमित रखना बहुत जरूरी है। ज्यादा सोडियम किडनी पर दबाव डालता है और ब्लड प्रेशर बढ़ाता है। अपनी डाइट में फ्रूट्स, ग्रीन वेजिटेबल्स, होल ग्रेन्स और लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें। फास्ट फूड, पैकेज्ड स्नैक्स और रेड मीट का सेवन सीमित करें ताकि किडनी ओवरलोड न हो।
रोज़ाना करें एक्सरसाइज या वॉक: नियमित एक्सरसाइज शरीर से अतिरिक्त कैलोरी और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। रोज़ाना 30 मिनट की वॉक या योग से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों कंट्रोल में रहते हैं। इससे किडनी पर स्ट्रेस कम होता है और उसकी फंक्शनिंग बेहतर बनी रहती है।
स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी बनाएं: सिगरेट और अल्कोहल किडनी के सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और उनकी कार्यक्षमता को घटाते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन किडनी डिजीज का खतरा बढ़ा सकता है। अगर आप किडनी हेल्थ को लेकर सचेत हैं तो स्मोकिंग और ड्रिंकिंग को हमेशा के लिए अलविदा कहें।
रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं: कई बार किडनी से जुड़ी समस्या शुरुआती चरण में पता नहीं चलती। इसलिए साल में एक बार ब्लड और यूरिन टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। इससे क्रिएटिनिन, यूरिया और ब्लड शुगर लेवल की स्थिति का पता चलता है और जरूरत पड़ने पर समय रहते इलाज हो सकता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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