सुकन्या समृद्धि योजना में बड़ा बदलाव: 1 अक्टूबर से बंद हो सकते हैं कई खाते, जानें क्या करना होगा? 

Sukanya Samriddhi Yojana
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सुकन्या समृद्धि योजना में हुए बड़े बदलाव।
सुकन्या समृद्धि योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।

New Rules for SSY: सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में सरकार ने बड़े बदलाव किए हैं, जो 1 अक्टूबर से लागू होंगे। अगर आप इस योजना में निवेश कर रहे हैं या करने का विचार कर रहे हैं, तो इन नए नियमों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। आइए, जानते हैं कि इन बदलावों का क्या असर होगा।

गार्जियनशिप ट्रांसफर की अनिवार्यता
अब ऐसे सुकन्या समृद्धि खाते (SSY), जो कानूनी अभिभावकों (लीगल गार्जियन) या प्राकृतिक माता-पिता द्वारा नहीं खोले गए हैं, उन्हें जारी रखने के लिए गार्जियनशिप को ट्रांसफर कराना होगा। इस बदलाव का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल बेटियों के कानूनी अभिभावक ही इस योजना का लाभ उठा सकें।

दादा-दादी या नाना-नानी द्वारा खोले गए खातों पर असर
पहले दादा-दादी या नाना-नानी द्वारा अपनी पोतियों के लिए खाते खोलना एक सामान्य चलन था। लेकिन नए नियमों के अनुसार, अब ऐसे खाते कानूनी अभिभावक या प्राकृतिक माता-पिता के नाम पर ट्रांसफर करना अनिवार्य होगा।

क्या अतिरिक्त खातों का बंद कर दिया जाएगा?
अगर किसी परिवार में दो से अधिक सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए हैं, तो नए नियमों के अनुसार, अतिरिक्त खातों को बंद कर दिया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य योजना के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना है।

सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में जानें
यह योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत खाता खोलने की न्यूनतम आयु बेटी के जन्म से लेकर 10 साल तक होती है और एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खोले जा सकते हैं।

सुकन्या के लिए दस्तावेज और जमा राशि
सुकन्या खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता या कानूनी अभिभावक का पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) आवश्यक हैं। इसमें न्यूनतम जमा राशि 250 रुपए प्रति वर्ष है, जबकि अधिकतम जमा राशि 1.5 लाख रुपए प्रति वर्ष है। खाता 21 साल की अवधि पूरी होने पर मैच्योर होता है। इन नए नियमों के चलते पहले से खुले सुकन्या खाते या नए खातों को बदलावों को ध्यान में रखते हुए ठीक कराना पड़ेगा।

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