राम मंदिर मुद्दा नहीं छोड़ा: सुरेश भैयाजी जोशी

उन्होंने पाकिस्तान जैसे देशों से भागकर यहां शरण लेने वाले लोगों के लिए भारतीय नागरिकता की वकालत की।
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सरकार्यवाह से पूछा गया था कि आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरी और संघ कार्यकर्ताओं के कामकाज में क्या अंतर है? उन्होंने कहा कि अब वे अपनी सेवा के माध्यम से आदवासियों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं और यह हमारा बुनियादी लक्ष्य है। अगले तीन वर्षो में संगठन का विस्तार करना हमारा प्राथमिक लक्ष्य है मुख्य रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में।

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