WhatsApp ने सरकार की एक छोड़कर मानी सारी शर्तें, जानें इसके बारे में
भारत में फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने WhatsApp को कड़े कदम उठाने के लिए कड़े आदेश दिए हैं। इसके साथ ही व्हॉट्सएप ने भारत की एक शर्त छोड़कर बाकि सभी शर्तों को मानने के लिए तैयार हो गया है।

भारत में फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने WhatsApp को कड़े कदम उठाने के लिए कड़े आदेश दिए है। इसके साथ ही व्हॉट्सएप ने भारत की एक शर्त छोड़कर बाकि सभी शर्तों को मानने के लिए तैयार हो गया है।
व्हॉट्सएप ने मेसेज के ओरिजिन के सोर्स को पता लगाने वाले फीचर को ऐड करने से मना कर दिया है। व्हॉट्सएप ने सरकार को बताया है कि कंपनी यूजर्स की निजी जानकारी के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं कर सकती है।
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WhatsApp के सीनियर अधिकारी ने कहा है कि डेटा यूजर्स के फोन में सेव हो जाता है। इसके साथ ही व्हॉट्सएप पर आने वाले सभी मेसेज ऐंड टू ऐंड इनक्रिप्टेड होते है, लेकिन इन मेसेज को डीकोड नहीं किया जा सकता है।
भारत में व्हॉट्सएप के जरिए फेक खबर के साथ अफवाहों को फैलाया जा रहा है और इसके साथ ही मॉब लिचिंग जैसी घटनाएं काफी बढ़ चुकी है। इसके लिए व्हॉट्सएप ने सीईओ क्रिस डैनियल ने देश के केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद से दिल्ली में मुलाकात थी।
इस मीटिंग के दौरान सरकार ने व्हॉट्सएप से फेक खबर, पॉर्न के साथ मॉब लिचिंग पर रोक लगाने के लिए तकनीकी समाधान खोजने को कहा है।
WhatsApp ने मानी शर्ते
1. फेक खबर और अफवाहों को रोकने के लिए व्हॉट्सएप कई बड़े कदम उठाएगा।
2. व्हॉट्सएप भारत में काम करने के लिए ऑफिस बनाएगा।
3. फेक खबर के सोर्स को रोकने के लिए तकनीकी समाधान खोजा जाएगा और शिकायत को सुनने के लिए अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
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बता दें कि WhatsApp पर इस समय 1.5 बिलियन एक्टिव यूजर्स है और इसके साथ ही भारत में यह ऐप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। वहीं दूसरी ओर व्हॉट्सएप भी पेमेंट प्लैटफार्म और ऐडवर्टाइजर्स जैसी सर्विस को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
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