Renault Group: रेनो ग्रुप खरीदेगा निसान की 51% हिस्सेदारी, RNAIPL पर होगा पूर्ण स्वामित्व

Renault RNAIPL Group
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Renault Group: RNAIPL भारत में निसान मैग्नाइट का निर्माण और बिक्री जारी रखेगा, साथ ही निसान इसे अपने उत्पादों के लिए सोर्सिंग और निर्यात केंद्र के रूप में उपयोग करता रहेगा।

Renault Group: रेनो समूह ने घोषणा की है कि वह रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (RNAIPL) में निसान की 51% हिस्सेदारी खरीदकर इस संयुक्त उद्यम का 100% स्वामित्व प्राप्त करेगा। यह लेनदेन 2025 की पहली छमाही के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, जो विनियामक अनुमोदन के अधीन है। हालांकि, रेनो और निसान के बीच मौजूदा साझेदारी और परियोजनाएं जारी रहेंगी।

निसान की आगामी योजनाएं: नई MPV और SUV लॉन्च

  • रेनो और निसान भारतीय बाजार में नए मॉडल लॉन्च करने की रणनीति पर कायम हैं। इस समझौते का चार आगामी मॉडलों की लॉन्चिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इनमें रेनॉ डस्टर और उसका निसान वेरिएंट शामिल है, जिन्हें 2026 में भारतीय बाजार में पेश किया जाएगा।
  • RNAIPL भारत में निसान मैग्नाइट का निर्माण और बिक्री जारी रखेगा, साथ ही निसान इसे अपने उत्पादों के लिए सोर्सिंग और निर्यात केंद्र के रूप में उपयोग करता रहेगा। इसके अलावा, रेनो-निसान टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस सेंटर इंडिया (RNTBCI) का संयुक्त संचालन भी जारी रहेगा, जिसमें निसान की 49% और रेनॉ की 51% हिस्सेदारी बनी रहेगी।

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निसान का भारत में प्रतिबद्धता का दोहराव
निसान के अध्यक्ष और सीईओ इवान एस्पिनोसा ने कहा, "हम भारतीय बाजार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम स्थानीय उपभोक्ताओं की जरूरतों के अनुसार वाहनों का निर्माण जारी रखेंगे और अपनी बिक्री और सेवा गुणवत्ता को बेहतर बनाएंगे। भारत हमारे शोध, विकास और डिजिटल सेवाओं का केंद्र बना रहेगा। हमारी नई SUV लॉन्च योजनाएं बरकरार हैं, और हम ‘एक कार, एक दुनिया’ रणनीति के तहत भारत से अन्य बाजारों में निर्यात जारी रखेंगे।"

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रेनो की EV योजना और निसान का एम्पीयर से अलग
रेनो समूह अपनी ईवी फर्म Ampere के माध्यम से निसान के लिए रेनो ट्विंगो ईवी मॉडल का विकास और उत्पादन करेगा। यह ईवी 2026 तक वैश्विक बाजारों में उपलब्ध होगी। साथ ही, निसान Ampere में निवेश की अपनी प्रतिबद्धता से मुक्त हो जाएगा, जिससे 26 जुलाई 2023 को हुआ निवेश समझौता समाप्त हो जाएगा।

कुल मिलाकर, यह सौदा भारतीय ऑटो सेक्टर में रेनो की पकड़ को मजबूत करेगा, जबकि निसान अपने नए उत्पादों और वैश्विक रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करेगा।

(मंजू कुमारी)

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