डोनाल्ड ट्रंप का UNGA भाषण: भारत-पाक सीजफायर पर फिर दावा, तकनीकी गड़बड़ी और नोबेल पुरस्कार की चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने UNGA में भारत-पाक सीजफायर में भूमिका का दावा किया, जिसे भारत ने हमेशा खारिज किया। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री भी नाकार चुके हैं। भाषण में तकनीकी गड़बड़ियों, फिलिस्तीन मुद्दे और नोबेल पुरस्कार की चर्चा भी हुई। पढ़ें पूरी खबर!
डोनाल्ड ट्रंप का UNGA भाषण: भारत-पाक सीजफायर पर फिर दावा।
Donald Trump On India Pakistan ceasefire: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने में अहम भूमिका निभाई। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने 7 महीनों में 7 बड़ी जंगें खत्म कराईं।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, पाकिस्तान-भारत, इज़रायल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया और आर्मेनिया-अजरबैजान के बीच जंग को रुकवाया।
भारत और पाकिस्तान का जवाब
भारत ने पहले भी ट्रंप के दावे को खारिज किया था। भारतीय पक्ष का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की भारी तबाही के बाद, पाकिस्तानी सेना ने खुद सीजफायर की पहल की थी। इस बारे में हाल ही पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने एक इंटरव्यू में साफ कहा था कि भारत ने किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया।
संयुक्त राष्ट्र और नोबेल पर टिप्पणी
ट्रंप ने UN पर निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सिर्फ 'कड़े शब्दों वाले पत्र' लिखता है और असल में शांति स्थापित करने में असफल है। उन्होंने कहा कि अब्राहम समझौते के बाद लोग उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार देने की बात करने लगे थे।
फिलिस्तीन को मान्यता पर ट्रंप का बयान
फिलिस्तीन मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि कुछ देश एकतरफा मान्यता देने की कोशिश कर रहे हैं, जो हमास जैसे आतंकी संगठनों को 'इनाम' देने जैसा होगा। उन्होंने नाटो को रूस से तेल खरीदने पर भी घेरा।
ट्रंप का संयुक्त राष्ट्र में भाषण, बीच में आई तकनीकी गड़बड़ी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि उनका भाषण लोगों को बहुत पसंद आया और इसमें उन्होंने दो बड़े मुद्दों पर सख्त बात रखी।
भाषण के दौरान कुछ मजेदार घटनाएं भी हुईं। ट्रंप ने बताया कि टेलीप्रॉम्प्टर अचानक बंद हो गया और जिस एस्केलेटर से वह मंच तक पहुंचे थे, वह बीच में रुक गया। उन्होंने इसे मजाकिया अंदाज में लिया और कहा कि इन घटनाओं से भाषण और दिलचस्प बन गया।
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की तकनीकी व्यवस्था को “थोड़ी खराब” बताया, लेकिन साथ ही सम्मान भी जताया। अंत में उन्होंने अपने मशहूर नारे “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन!” के साथ भाषण खत्म किया।