अमेरिका का बड़ा दावा: ट्रम्प ने कहा- भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा, PM Modi ने आश्वासन दिया है

यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में ट्रंप ने अपने नए भारतीय राजदूत सर्जियो गोर (Sergio Gor) की नियुक्ति की है, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी।

Updated On 2025-10-16 11:14:00 IST

वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। ट्रंप ने इसे “रूस को अलग-थलग करने की दिशा में एक बड़ा कदम” बताया है।

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से रूस से तेल खरीद को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा, “मुझे अच्छा नहीं लगा कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है। लेकिन आज पीएम मोदी ने मुझे भरोसा दिया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी इस संबंध में बात करनी होगी।”

ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी उनके करीबी मित्र हैं और दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद मजबूत हैं। उन्होंने कहा, “मोदी मेरे दोस्त हैं। हमारे बीच बेहतरीन रिश्ते हैं। ऊर्जा नीति पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन भारत एक भरोसेमंद साझेदार है।” हालांकि, भारत सरकार की ओर से अब तक ट्रंप के इस दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

राहुल और कांग्रेस का मोदी पर हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डरपोक होने का आरोप लगाया। राहुल ने X पर लिखा-

प्रधानमंत्री मोदी ट्रम्प से डरते हैं।


  • रूसी तेल पर फैसला ट्रंप के हवाले: भारत अब रूसी तेल नहीं खरीदेगा, यह घोषणा खुद ट्रंप ने की और मोदी ने कुछ नहीं कहा।
  • लगातार बधाई संदेश भेजना: बार-बार की गई ट्रंप की अनदेखी के बावजूद मोदी लगातार उन्हें बधाई संदेश भेजते रहे।
  • वित्त मंत्री का अमेरिका दौरा रद्द: अचानक वित्त मंत्री का अमेरिका दौरा बिना स्पष्ट कारण रद्द कर दिया गया।
  • शर्म-अल-शेख सम्मेलन से दूरी: अंतरराष्ट्रीय मंच से भी दूरी बना ली- वहां भी ट्रंप मौजूद थे।
  • ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी: ट्रंप के विवादित बयान पर भी मोदी ने कोई विरोध नहीं किया।

कांग्रेस ने कहा- मोदी कमजोर नेता

कांग्रेस ने पीएम मोदी पर देश की साख को कमजोर करने का आरोप लगाया और रूस को भारत का घनिष्ठ सहयोगी बताया। कांग्रेस ने कहा, 'केवल दोस्ती निभाने के लिए भारत के अंतरराष्ट्रीय रिश्तों को नुकसान न पहुंचाएं।

नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। ट्रम्प के दावे के मुताबिक, उनके गुस्से और धमकियों के सामने झुकते हुए मोदी ने वादा किया कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा।' पार्टी ने आगे कहा- यह स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं, और उनके फैसलों ने भारत की विदेश नीति को अस्थिर किया है।

‘मोदी का आश्वासन बड़ी कूटनीतिक सफलता’

ट्रंप ने कहा कि मोदी से मिला यह आश्वासन रूस की ऊर्जा आय पर रोक लगाने की उनकी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि चीन पर दबाव डालना “अब आसान होगा” क्योंकि भारत ने पहले ही यह “बड़ा कदम” उठाया है।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में ट्रंप ने अपने नए भारतीय राजदूत सर्जियो गोर (Sergio Gor) की नियुक्ति की है, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। ट्रंप ने इस बैठक की सराहना करते हुए कहा,

“मोदी एक महान नेता हैं। सर्जियो ने मुझे बताया कि मोदी ट्रंप को बहुत पसंद करते हैं। भारत एक अविश्वसनीय देश है और मोदी ने मुझे भरोसा दिलाया है कि अब रूस से तेल खरीद नहीं होगी।” ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत का रूस से तेल आयात पूरी तरह खत्म होने में कुछ समय लगेगा, लेकिन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

‘ऊर्जा सुरक्षा हमारी प्राथमिकता’

ट्रंप के बयान के बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम 2025 में भारत का रुख साफ किया। उन्होंने कहा, “जो लोग खुद व्यापार करते हैं, वे हमें व्यापार करने पर क्यों रोकते हैं? अगर किसी को भारत का तेल पसंद नहीं, तो न खरीदें। कोई मजबूर नहीं करता।”

जयशंकर ने दोहराया कि भारत का तेल आयात G7 द्वारा तय प्राइस कैप के तहत है और यह सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करता है। उन्होंने कहा कि रूस से कच्चा तेल खरीदना भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी है।

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