पाकिस्तान: बलूचिस्तान में 9 यात्रियों की निर्मम हत्या, चरमपंथियों ने गोलियों से भूना
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गुरुवार, 10 जुलाई को बस में सवार 9 यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। भारत समर्थित फितना अल-हिंदुस्तान को जिम्मेदार बताया है।
पाकिस्तान: बलूचिस्तान में 9 यात्रियों को गोलियों से भूना, क्वेटा से लाहौर जा रही बस पर हमला,
Balochistan Bus Attack 2025: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर निर्दोष लोगों पर हमला हुआ। गुरुवार (10) देर रात हथियारबंद हमलावरों ने क्वेटा से लाहौर जा रही यात्री बस को निशाना बनाया। उसमें सवार नौ यात्रियों को अगवा कर गोलियों से भून दिया। यह वीभत्स घटना बलूचिस्तान के झोब जिले के सर धक्का इलाके में हुई है। यह क्षेत्र चरमपंथी गतिविधियों के लिए पहले से ही कुख्यात है।
झोब के असिस्टेंट कमिश्नर नवीन आलम के अनुसार, ये हत्याएं सुनियोजित और टारगेटेड थीं। हथियारबंद लोगों ने बस रोकने के बाद सभी यात्रियों को नीचे उतारा और फिर एक एक कर उनकी पहचान करते हुए 9 लोगों को मौके पर गोली मार दी। सभी के शव नजदीकी बरखान जिले के रेखनी अस्पताल में भिजवा दिए गए हैं।
फितना अल-हिंदुस्तान को ठहराया जिम्मेदार
बलूचिस्तान सरकार ने इस हमले के लिए फितना अल-हिंदुस्तान नामक संगठन को जिम्मेदार ठहराया है। सरकारी प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि ये हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि निर्दोष पाकिस्तानियों की बर्बर हत्या है। यह फितना अल-हिंदुस्तान की सोच को दर्शाता है, जो भारत के इशारे पर पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।
रिंद ने यह भी बताया कि मास्तुंग, कालात और सरदगाई जैसे इलाकों में भी इस संगठन की संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं। लेकिन सुरक्षा बलों ने इनकी साजिशें नाकाम कर दी है। हमलावरों ने झोब में अंधेरे का फायदा उठाते हुए ये हमला कर फरार हो गए हैं।
जनवरी में भी हुआ था बम अटैक
बलूचिस्तान प्रांत के तुरबत शहर में जनवरी 2025 में भी एक यात्री बस पर बम अटैक हुआ था। इस हमले में 6 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, 25 से अधिक घायल हुए थे। बाद में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।बलूचिस्तान: अलगाववाद की आग में झुलस रहा प्रांत
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, लेकिन यहां की आबादी सबसे कम है। संसाधनों से भरपूर है, लेकिन विकास के मामले में पीछे है। यही कारण है कि यहाँ अलगाववादी की आग लंबे समय से सुलग रही है। BLA, BRAS, और BLF जैसे संगठन आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इनका आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूचों के संसाधनों का दोहन तो करती है, लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं दे रही।
हालांकि, बलूचिस्तान की इस घटना में जिस फितना अल-हिंदुस्तान संगठन का नाम सामने आया है। वह अब तक आतंकवादी नेटवर्क में दर्ज नहीं था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां इसकी उत्पत्ति, नेटवर्क और कथित भारतीय संबंधों की जांच कर रही हैं।