ऑपरेशन सिंदूर: मसूद अजहर को भारतीय हमले से बड़ा नुकसान, जैश ने कबूला- परिवार के टुकड़े-टुकड़े हो गए

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद पर करारा प्रहार किया। मसूद अजहर का परिवार बुरी तरह प्रभावित हुआ, खुद जैश ने किया बड़ा खुलासा।

Updated On 2025-09-16 19:46:00 IST

ऑपरेशन सिंदूर: मसूद अज़हर परिवार को भारतीय हमले से बड़ा नुकसान

पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने चार महीने बाद पहली बार खुलासा किया है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर में उसके प्रमुख मसूद अजहर के परिवार को भारी नुकसान हुआ। इस साल 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे।

इन हमलों का उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेना था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।जैश के एक शीर्ष कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का 43 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कश्मीरी ने बहावलपुर में जैश के मुख्यालय पर भारतीय हमले की बात कबूल की है।

उसने कहा, "7 मई को बहावलपुर में मौलाना मसूद अजहर के परिवार- उनकी बहनें, बेटे और बच्चे-टुकड़े-टुकड़े हो गए।" इस बयान से साफ है कि भारत के हमले ने जैश को गहरी चोट पहुंचाई।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत का सटीक जवाब

7 मई की रात को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद की जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह सहित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

इन हमलों में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों के मारे जाने की खबरें आईं, जिनमें उसकी बड़ी बहन और बहनोई भी शामिल था। इसके अलावा, जैश के चार करीबी सहयोगी भी इस ऑपरेशन में मारे गए।

अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा ली गई उपग्रह तस्वीरों ने हमलों के बाद की तबाही को उजागर किया। इन तस्वीरों में बहावलपुर की जामिया मस्जिद और पंजाब प्रांत के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने को भारी नुकसान पहुंचा दिखाई देता है। यह ऑपरेशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है।

अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा ली गई उपग्रह तस्वीरों ने हमलों के बाद की तबाही को उजागर किया। इन तस्वीरों में बहावलपुर की जामिया मस्जिद और पंजाब प्रांत के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने को भारी नुकसान पहुंचा दिखाई देता है। यह ऑपरेशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है।

पहलगाम आतंकी हमला: ऑपरेशन का कारण

22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घास के मैदान में तीन पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने छुट्टियां मना रहे लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें एक नेपाली नागरिक और एक स्थानीय टट्टू गाइड भी शामिल थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकवादियों ने गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया और उनकी निर्मम हत्या की। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और भारत को कड़ा जवाब देने के लिए प्रेरित किया।

क्या है इसका महत्व?

जैश-ए-मोहम्मद का यह खुलासा भारत की सैन्य ताकत और खुफिया क्षमताओं का सबूत है। ऑपरेशन सिंदूर न केवल आतंकी संगठनों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है।

जैश के कमांडर का वीडियो और उपग्रह तस्वीरें इस बात की पुष्टि करती हैं कि भारत के हमले सटीक और प्रभावी थे। यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है, लेकिन साथ ही यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को रेखांकित करती है। जैश जैसे संगठनों को अब यह समझना होगा कि भारत किसी भी आतंकी गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब देगा।

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