वाकई 81 साल के Joe Biden की याददाश्त कमजोर: कहा- World War 2 में मेरे चाचा को खा गए थे नरभक्षी, जानें सच्चाई

Joe Biden memory: बाइडेन की यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ थी। बाइडेन के मुताबिक 2018 में ट्रंप ने कहा था कि द्वितीय विश्व युद्ध में मारे गए अमेरिकी सैनिक शहीद का दर्जा पाने के हकदार नहीं हैं।

Updated On 2024-04-18 11:55:00 IST
Joe Biden

Joe Biden memory: 81 साल के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार हैं। हालांकि आलोचकों का कहना है कि बाइडेन की याददाश्त कमजोर है। उनकी उम्र भी बहुत ज्यादा है। वे इस पद के लिए सही नहीं हैं। इस बीच बाइडेन की याददाश्त एक बार फिर उन्हें धोखा दे गई। हुआ यूं कि राष्ट्रपति ने पेंसिल्वेनिया में अपने गृहनगर स्क्रैंटन में एक वॉर मेमोरियल का दौरा किया। 

वॉर मेमोरियल में बाइडेन ने अपने चाचा एम्ब्रोस फिननेगन को श्रद्धांजलि दी, जिनका विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद शव कभी बरामद नहीं हुआ। इस दौरान बाइडेन ने दावा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मार गिराए जाने के बाद नरभक्षियों ने उनके चाचा को खा लिया था। 

न्यू गिनी में बहुत सारे नरभक्षी थे
बिडेन ने कहा कि उनके चाचा न्यू गिनी के ऊपर एकल इंजन वाले टोही विमान उड़ाए। उन्होंने यह काम अपनी मर्जी से किया था। क्योंकि कोई ऐसा नहीं कर सका था। उन्हें ऐसे क्षेत्र में गोली मार दी गई, जहां उस समय न्यू गिनी में बहुत सारे नरभक्षी थे। शव कभी बरामद हो पाया। बाद में विमान के कुछ हिस्से मिले थे। 

दअसल, बाइडेन की यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ थी। बाइडेन के मुताबिक 2018 में ट्रंप ने कहा था कि द्वितीय विश्व युद्ध में मारे गए अमेरिकी सैनिक शहीद का दर्जा पाने के हकदार नहीं हैं। क्योंकि वे हारे हुए थे। हालांकि ट्रंप के बाइडेन के इन दावों को खारिज कर दिया। 

Joe Biden

क्या कहता है पेंटागन का रिकॉर्ड?
फिलहाल, बाइडेन ने जो कुछ भी कहा, कहानी उससे उलट है। पेंटागन की रक्षा POW/MIA लेखा एजेंसी के अनुसार, 14 मई, 1944 को फिननेगन का विमान न्यू गिनी के उत्तरी तट के पास समुद्र में डूब गया था। विमान के दोनों इंजन कम ऊंचाई पर विफल हो गए। तीन लोग डूबते हुए मलबे से बाहर निकलने में विफल रहे और लापता हो गए। चालक दल का एक सदस्य बच गया और पास से गुजर रहे बजरे द्वारा उसे बचा लिया गया। 

बयान में यह भी कहा गया है कि एम्ब्रोस फिननेगन पेंसिल्वेनिया से अमेरिकी सेना वायु सेना में थे। वे उस विमान में सवार थे। उनके अवशेष कभी बरामद नहीं हुए। 

Similar News