इजरायल-ईरान युद्ध का 5वां दिन: ट्रम्प की चेतावनी-'खाली करो तेहरान', दोनों देशों में तबाही; अब तक सैकड़ों मौतें
Israel-Iran War: ईरान और इजरायल युद्ध का मंगलवार (17 जून) को पांचवां दिन है। इजरायल के हमलों में 224 ईरानी मारे गए हैं। ईरान के अटैक में इजरायल के 24 लोगों की मौत हुई है। 600 से ज्यादा घायल हैं।
Israel-Iran War
Israel-Iran War: ईरान और इजरायल युद्ध का आज पांचवां दिन है। दोनों देश एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ ड्रोन-मिसाइल दाग रहे हैं। मंगलवार (17 जून) को भी संघर्ष जारी है। इजराइल ने तेहरान पर कई बार एयरस्ट्राइक की। ईरान ने पलटवार किया और इजरायल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की। इजरायल के हमलों में अब तक 224 ईरानी मारे गए हैं। 1,481 लोग घायल हैं। ईरान के अटैक में इजरायल के 24 लोगों की मौत हुई है। 600 से ज्यादा घायल हैं।
खाली करो तेहरान
ईरान-इजरायल युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बड़ी चेतावनी दी है। ट्रम्प ने ईरान को लेकर एक पोस्ट शेयर की है। लिखा है कि 'ईरान को उस सौदे पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए था जिस पर मैंने कहा था। यह कितनी शर्म की बात है और मानव जीवन की बर्बादी है। ईरान का न्यूक्लियर डील साइन न करना मूर्खता है। सीधे शब्दों में कहें तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता। सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए। ट्रम्प ने कहा-उनके प्रयासों से इजरायल और ईरान के बीच भी जल्द शांति स्थापित हो सकती है।
इजरायल और ईरान के बीच भी समझौता जल्द संभव
ट्रम्प ने आगे लिखा- मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के माध्यम से समझदारी और स्थिरता लाई। दो शानदार नेताओं के साथ बातचीत से एक बड़ा टकराव टल गया। इजरायल और ईरान के बीच भी वैसा ही समझौता जल्द संभव है।
फंस गए लोग
ईरान की राजधानी तेहरान से भागने की कोशिश में कई लोग फंस गए हैं। ईरानी हवाई क्षेत्र बंद होने और टैक्सी न मिलने के कारण लोग सीमा तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इजरायल ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे जॉर्डन और मिस्र के जरिए देश छोड़ सकते हैं, लेकिन इन देशों को भी संभावित खतरे के रूप में देखा जा रहा है। इस पूरे हालात ने मिडिल ईस्ट में डर और अराजकता फैला दी है। लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, लेकिन रास्ते बंद हैं और विकल्प सीमित हैं।
MEA ने बनाया कंट्रोल रूम
ईरान-इजराइल में चल रहे संघर्ष को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय में 24x7 कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम ने संपर्क करने के लिए कुछ नंबर शेयर किए हैं।
जानिए कैसे शुरू हुई जंग
बता दें कि इजरायली सेना ने शुक्रवार (13 जून) को सुबह सबसे पहले ईरान पर पहला अटैक किया। हमले को Operation Rising Lion नाम दिया। इजरायल ने 200 फाइटर जेट से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इजराइल ने परमाणु और कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया था। हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी अली शामखानी और आईआरजीसी की एयरफोर्स के कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित 14 वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा मिलिट्री कमांडर मारे गए।
ईरान ने किया पलटवार
ईरान ने शनिवार (14 जून) को पलटवार किया। ईरान ने जवाबी हमले को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया। ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं। ईरानी हमलों को देखते हुए इजराइली राष्ट्रपति को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट किया गया। ईरान ने इजराइल के तीन F-35 फाइजर जेट गिराने का दावा किया। ईरानी हमले में इजरायल में 24 लोगों की मौत। वहीं ईरान में 224 लोग मारे गए।
ईरान के आर्मी चीफ शादमानी की मौत, IDF का दावा
इजरायली रक्षा बल (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के सशस्त्र बलों के नवनियुक्त चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी को मार गिराया है। बताया गया कि यह पांच दिनों में दूसरी बार है जब इजरायल ने ईरान के युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ को निशाना बनाया है। शादमानी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सबसे करीबी सैन्य सलाहकारों में शामिल थे।
ईरान-इजरायल तनाव: भारत ने तेहरान में रह रहे नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने तेहरान में मौजूद अपने नागरिकों को वहां से बाहर जाने की सलाह दी है। भारतीय दूतावास ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी कि जो नागरिक अपने संसाधनों से सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं, वे तुरंत ऐसा करें। साथ ही, जो लोग दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे तत्काल संपर्क करने का आग्रह किया गया है।
इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में 24x7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसमें सहायता के लिए फोन और व्हाट्सएप नंबर भी जारी किए गए हैं। 1800118797 (टोल फ्री), +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +91-9968291988 (व्हाट्सएप) पर नागरिक संपर्क कर सकते हैं।"
अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को तेहरान छोड़ने की सलाह दी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह देश परमाणु हथियार नहीं रख सकता और उसे पूर्व प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने चाहिए थे। तनावपूर्ण हालात में भारत समेत कई देश सतर्कता बरत रहे हैं।