टूटा विदेश में पढ़ने का सपना: Canada ने सख्त की भारतीय छात्रों की वीजा जांच, आधे आवेदन रद्द

कनाडा की वीजा नीति में बढ़ी निगरानी ने इस साल बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को प्रभावित किया है। शीतकालीन सत्र के लिए आवेदन करने वाले भारतीय छात्रों में से लगभग आधे छात्रों के वीजा आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए।

Updated On 2025-11-16 14:48:00 IST

(एपी सिंह ) कनाडा की वीजा नीति में बढ़ी निगरानी ने इस साल बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को प्रभावित किया है। शीतकालीन सत्र के लिए आवेदन करने वाले भारतीय छात्रों में से लगभग आधे छात्रों के वीजा आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए। इस वजह से यूनिवर्सिटी ऑफ रेगाइना और यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया जैसी कनाडा की बड़ी और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में गिरावट आई है।

इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC ) के अनुसार, पिछले दो वर्षों में इंटरनेशनल स्टूडेंट प्रोग्राम में किए गए सुधारों ने वीजा अप्रूवल रेट को बुरी तरह से प्रभावित किया है। हालांकि सभी देशों के छात्रों के वीजा आवेदन समान मानकों पर जांचे जाते हैं, लेकिन भारतीय छात्रों के लिए मंज़ूरी पाना अब काफी मुश्किल हो गया है। खासकर लो-रैंक कॉलेजों और शॉर्ट-टर्म कोर्स में पढ़ाई की इच्छा रखने वालों को 10 में से 7–8 बार वीजा रिजेक्शन का सामना करना पड़ रहा है।

भारत से कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट का एक और कारण है Canada में पढ़ाई के बाद नौकरी पाने में बढ़ती मुश्किलें। विशेषज्ञों का कहना है कि पोस्ट-स्टडी वर्क अवसरों में अनिश्चितता की वजह से भी छात्र पीछे हट रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने बताया अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीय छात्रों की हिस्सेदारी लगभग 16% है, लेकिन हालिया वर्षों में पॉलिसी बदलावों और वीजा में विलंब के कारण भारतीय छात्रों की संख्या कम होती जा रही है।

यूनिवर्सिटी ऑफ रेगाइना ने भी माना कि नई वीजा नीतियों और प्रोसेसिंग में धीमापन ने प्रवेश प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। हालांकि यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो जैसी कुछ संस्थाएं वीजा में देरी होने पर एडमिशन को अगले सत्र के लिए टालने जैसी सुविधाएं देने में छात्रों को मदद देने के लिए तैयार हैं।

स्टडी-अब्रॉड कंसल्टेंसी कंपनियां भी इस स्थिति से प्रभावित हैं। IDP एजुकेशन के अनुसार, 2025 के फॉल इनटेक में 40% से अधिक भारतीय छात्रों ने वीजा आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए। कुल मिलाकर, कनाडा की सख्त होती वीजा नीतियां और नौकरी के सीमित अवसर भारतीय छात्रों के लिए कनाडा में उच्च शिक्षा का रास्ता मुश्किल बना रहे हैं।

Tags:    

Similar News