प्रतापगढ़: गैंगस्टर राजेश मिश्रा के घर 22 घंटे चली नोटों की गिनती, 3 करोड़ का कैश और ड्रग्स जब्त! पत्नी-बच्चों समेत 5 गिरफ्तार

गैंगस्टर की पत्नी रीना मिश्रा समेत पांच सदस्य गिरफ्तार किए गए, जो जेल से उसके मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क को चला रहे थे।

Updated On 2025-11-10 10:57:00 IST

पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की मानिकपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जेल में बंद कुख्यात ड्रग्स तस्कर और गैंगस्टर राजेश मिश्रा के घर पर छापा मारकर एक बड़ा अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस की 22 घंटे तक चली लंबी कार्रवाई में 2 करोड़ से अधिक नकद और 1 करोड़ मूल्य की मादक सामग्री बरामद की गई है।

प्रतापगढ़ पुलिस के इतिहास में ड्रग्स तस्करी से जुड़े किसी मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी नकद बरामदगी है। पुलिस ने इस मामले में गैंगस्टर की पत्नी समेत परिवार के पांच सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है, जो जेल से उसके पूरे नेटवर्क को चला रहे थे।

22 घंटे चली नोटों की गिनती, 2 करोड़ कैश और स्मैक बरामद

मानिकपुर के मुन्दीपुर गाव स्थित राजेश मिश्रा के पक्के मकान पर शनिवार सुबह पुलिस टीम ने दबिश दी। बरामद नकदी इतनी ज्यादा थी कि पुलिसकर्मी खुद नोट गिनते-गिनते थक गए। पुलिस टीम को 2,01,55,345 की कुल नकद राशि गिनने के लिए लगातार 22 घंटे तक काम करना पड़ा, जिसके लिए 4 मशीनें मंगवानी पड़ीं।


बरामद नकद में मुख्य रूप से 100, 50, 20 और 10 रुपये की गड्डियां थीं। कैश के अलावा, पुलिस ने मौके से 6.075 किलोग्राम गांजा जिसकी कीमत लगभग 3.03 लाख है, और 577 ग्राम स्मैक लगभग 1.15 करोड़ की भी जब्त की। बरामद कैश और ड्रग्स का कुल अनुमानित मूल्य 3 करोड़ से अधिक आंका गया है।

जेल में बंद पति का नेटवर्क चला रही थी पत्नी रीना और परिवार

जांच में खुलासा हुआ कि जेल में बंद होने के बावजूद, कुख्यात ड्रग्स माफिया राजेश मिश्रा अपना अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह बाहर से चला रहा था। पुलिस ने मौके से गैंगस्टर की पत्नी रीना मिश्रा, पुत्र विनायक मिश्रा, पुत्री कोमल मिश्रा, और दो अन्य रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा और यश मिश्रा को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक दीपक भुकर ने बताया कि राजेश के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी रीना मिश्रा ने गिरोह की कमान संभाल ली थी और अपने बेटा-बेटी को साथ लेकर तस्करी का धंधा चला रही थी। यह भी सामने आया है कि रीना और विनायक ने राजेश की जमानत मंजूर कराने के लिए अदालत में फर्जी दस्तावेज दाखिल किए थे।

घर की आलमारियों और बक्सों में छिपा था करोड़ों का खजाना

पुलिस के पहुंचने पर रीना मिश्रा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। मुश्किल से दरवाजा खोलने पर, पुलिस ने पांचों आरोपियों को अंदर काले पन्नियों में ड्रग्स और कैश छिपाने की असफल कोशिश करते हुए रंगे हाथ पकड़ा। 24 घंटे तक चली इस छापेमारी में पुलिस को घर के तीन कमरों की आलमारियों, बक्सों, डिब्बों, और यहां तक कि बेड के अंदर से भी नोटों के बंडल और ड्रग्स के पैकेट मिले।

गैंगस्टर राजेश मिश्रा पर पहले से ही 14 मामले दर्ज हैं, और पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले ही उसकी लगभग 3.06 करोड़ की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति कुर्क कर चुकी थी।

सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज

गिरफ्तार सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह से जुड़े सभी सहयोगियों और सप्लाई चेन को ध्वस्त किया जा सके।

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