CM योगी की चेतावनी: बरेली बवाल पर योगी ने कहा- 'ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां याद रखेंगी'! मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार
बरेली उपद्रव मामले में पुलिस ने 10 FIR दर्ज कर 39 लोगों को हिरासत में लिया, मौलाना तौकीर रजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में। सीएम योगी ने लखनऊ कार्यक्रम में दंगाइयों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा- 'ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां याद रखेंगी।'
लखनऊ: बरेली में शुक्रवार को हुए उपद्रव के बाद पुलिस ने 10 एफआईआर दर्ज की हैं और 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बरेली पुलिस ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। डीआईजी के अनुसार, तौकीर रजा के संगठन से जुड़े कुछ लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिनके खिलाफ सबूत मौजूद हैं और उन्हें एफआईआर में शामिल किया गया है।
डीआईजी ने बताया कि घटनास्थल से हथियार, खाली खोखे, बोतलें और अन्य सामग्री बरामद की गई है। इस घटना में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है।
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुमे की नमाज के बाद कुछ स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर के संबंध में एसएसपी ने जानकारी दी कि थाना कोतवाली में 5, बारादरी में 2, तथा किला, प्रेम नगर और कैंट थानों में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई हैं।
उन्होंने कहा कि कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जिनमें मौलाना तौकीर रजा भी शामिल हैं। कोर्ट के आदेश पर सभी 8 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
ऐसा सबक देंगे कि पीढ़ियां दंगा करना भूल जाएंगी
दूसरी और लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली की हालिया घटना पर कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि उनकी सरकार दंगाइयों को 'ऐसा सबक सिखाएगी कि आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी।' शनिवार को 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन @ 2047' कार्यक्रम में बोलते हुए, सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि 2017 के बाद उनकी सरकार ने दंगाइयों को चुन-चुनकर सजा दी और उन्हें उसी 'भाषा' में जवाब दिया जो वे समझते थे।
उन्होंने पूर्व की सरकारों पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 'चाचा-भतीजा' वसूली में लिप्त थे और माफियाओं को समानांतर सत्ता चलाने की छूट दी गई थी। सीएम ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने बुलडोजर का इस्तेमाल कर माफिया राज को खत्म किया है और उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकालकर विकास की राह पर ला खड़ा किया है, जिससे प्रदेश अब ₹70,000 करोड़ के राजस्व अधिशेष वाला राज्य बन गया है।
बरेली बवाल पर सीएम की खुली चेतावनी
मुख्यमंत्री ने बरेली की घटना पर कहा, "एक मौलाना भूल गया था कि शासन किसका है।" उन्होंने धमकी देकर जाम लगाने की बात करने वालों को सख्त संदेश दिया: "न जाम होगा, न कर्फ्यू लगेगा। हम ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी।" उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने दंगाइयों को उसी 'भाषा' में जवाब दिया है जो वे समझते हैं।
'चाचा-भतीजा' और माफिया राज पर तीखा हमला
योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 'चाचा-भतीजा' वसूली के धंधे में शामिल थे। उन्होंने कटाक्ष किया कि सत्ता के मुखिया माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाकर गौरवान्वित महसूस करते थे, जिसके कारण बेटियों, व्यापारियों और किसानों कोई भी सुरक्षित नहीं था।
दंगाइयों का सम्मान करने की पुरानी राजनीति खत्म
सीएम ने कहा कि पहले दंगे होते थे और दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर सम्मानित किया जाता था। पेशेवर अपराधी और माफियाओं के सामने सत्ता नतमस्तक होती थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को परिवारवाद, जातिवाद और बीमारू मानसिकता वालों ने बीमारू बनाया था, लेकिन अब माफिया राज को जड़ से उखाड़ फेंकने के बाद प्रदेश विकास की राह पर है।
बुलडोजर' भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ
योगी ने बुलडोजर कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि "परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारा बुलडोजर है।" उन्होंने कहा कि जब सत्ता बेइमान और भ्रष्ट लोगों के हाथों में आती है, तो वह समाज को गुमराह करती है। उन्होंने कहा कि अब उत्पाती और उपद्रवी तत्वों को उनकी सात पीढ़ियां याद आएंगी, और बुरी आदतों को ठीक करने के लिए 'डेंटिंग पेंटिंग' जरूरी है।
यूपी का विकास: बीमारू से राजस्व अधिशेष राज्य तक
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में यूपी बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकला है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का राजस्व अधिशेष (Revenue Surplus) ₹37,000 करोड़ से बढ़कर ₹70,000 करोड़ हो गया है। उन्होंने जोर दिया कि उनकी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के कारण आज यूपी में शांति, सुरक्षा और वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर की शुरुआत हुई है, जिससे यह देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।