लखनऊ ब्रेकिंग: ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर आकाशदीप गुप्ता की संदिग्ध हालात में मौत, छह माह पहले हुई थी शादी।

डीआरडीओ के ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम इंजीनियर, 30 वर्षीय आकाशदीप गुप्ता की लखनऊ में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। वह छुट्टी पर घर आए थे।

Updated On 2025-10-23 09:00:00 IST

आकाशदीप सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के सिस्टम इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। 

लखनऊ : देश की सुरक्षा और रक्षा प्रणाली के एक महत्वपूर्ण अंग, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO), दिल्ली में कार्यरत ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट से जुड़े एक युवा और प्रतिभाशाली सिस्टम इंजीनियर की उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने हड़कंप मचा दिया है। मृतक की पहचान 30 वर्षीय आकाशदीप गुप्ता के रूप में हुई है, जो दिल्ली स्थित डीआरडीओ की शाखा में तैनात थे और हाल ही में दिवाली के त्योहार के कारण छुट्टी लेकर अपने गृहनगर आलमबाग के ओमनगर स्थित निवास पर आए हुए थे।

उनकी अचानक और रहस्यमय मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को सदमे में डाल दिया है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े एक महत्वपूर्ण व्यक्ति की मौत होने के कारण स्थानीय पुलिस के साथ-साथ उच्चाधिकारियों का ध्यान भी इस मामले पर केंद्रित हो गया है।

छुट्टी पर घर आए आकाशदीप की देर रात बिगड़ी तबीयत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात आकाशदीप गुप्ता की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनके परिजन, जिसमें उनकी पत्नी भारती गुप्ता भी शामिल थीं, तुरंत उन्हें लेकर आलमबाग स्थित लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि रात के खाने के बाद तक आकाशदीप पूरी तरह से सामान्य और खुश थे, और किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का कोई संकेत नहीं था। सबने खुशी-खुशी दिवाली का त्योहार मनाया था। देर रात अचानक हुई इस घटना से परिवार सदमे में है। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मृत्यु के कारण किसी भी तरह की स्पष्ट बीमारी या चोट का न होना इस पूरे मामले को और भी अधिक संदिग्ध बना रहा है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं हो सका मौत के कारण का खुलासा

अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद, आलमबाग के इंस्पेक्टर एससी सरोज और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। शव को तुरंत पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। बुधवार को हुई पोस्टमार्टम प्रक्रिया में डॉक्टरों की टीम ने बारीकी से जांच की, लेकिन रिपोर्ट में मौत का कोई स्पष्ट और निर्णायक कारण सामने नहीं आ सका। किसी भी तरह के बाहरी या आंतरिक चोट के निशान भी नहीं पाए गए, जिससे जहर या बल प्रयोग की आशंका भी प्राथमिक तौर पर खारिज हो गई है। इसी कारण, मामले की तह तक पहुंचने और सटीक वजह जानने के लिए, पोस्टमार्टम करने वाली डॉक्टरों की टीम ने आकाशदीप गुप्ता के विसरा के नमूने सुरक्षित कर लिए हैं। विसरा रिपोर्ट ही यह निर्धारित करेगी कि मृत्यु प्राकृतिक थी, या इसके पीछे कोई अन्य रहस्यमय कारण है।

महत्वपूर्ण रक्षा परियोजना से जुड़ा था करियर

आकाशदीप गुप्ता पिछले लगभग सात वर्षों से डीआरडीओ में अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम से निर्मित होने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के सिस्टम इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। यह मिसाइल भारत की रक्षा क्षमता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। एक ऐसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील प्रोजेक्ट से जुड़े युवा वैज्ञानिक की संदिग्ध मौत सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी चिंता का विषय बन गई है।

आकाशदीप का विवाह लगभग छह महीने पहले ही दिल्ली में कार्यरत बैंक कर्मचारी भारती गुप्ता से हुआ था। उनके पिता कुलदीप गुप्ता, जो उत्तर प्रदेश पुलिस से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे का किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं थी। पुलिस अब उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है, जिसमें उनके हालिया कॉल रिकॉर्ड्स, स्वास्थ्य संबंधी इतिहास, और डीआरडीओ में उनके काम का विवरण शामिल है।

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