विक्टोरिया अस्पताल में बढ़ी परेशानी: बिना मोबाइल नहीं मिलता टोकन, रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन व्यवस्था ने बढ़ाया मरीजों का दर्द 

Jabalpur Victoria Hospital: जबलपुर के सेठ गोविन्ददास जिला चिकित्सालय विक्टोरिया में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व टोकन व्यवस्था ने मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है। शुक्रवार को कुछ मरीजों को घंटों इंतजार के बाद भी परामर्श नहीं मिल पाया।

Updated On 2024-05-18 12:48:00 IST
विक्टोरिया अस्पताल में बिना मोबाइल नहीं मिलता टोकन, रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन व्यवस्था ने बढ़ाया मरीजों का दर्द

Jabalpur Victoria Hospital: जबलपुर के सेठ गोविन्ददास जिला चिकित्सालय विक्टोरिया में मरीजों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था परेशानी का सबब बन गई है। पर्ची के लिए काउंटर में लगने वाली लंबी से कतार से राहत देने व सिस्टम में पारदर्शिता लाने स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा शुरू की है, लेकिन मोबाइल के बिना यह पंजीयन संभव नहीं हो पा रहे। मरीजों व उनके परिजनों को भी परेशान होना पड़ रहा है। 

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विक्टोरिया अस्पातल में उन मरीजों को पर्ची बनवाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिनके पास मोबाइल नहीं होते और मरीज के परिजन तकनीकी तौर बहुत दक्ष नहीं होते। फोन के अभाव में इलाज तो दूर चिकित्सीय परामर्श तक नहीं मिल पाता। 

विक्टोरिया अस्पताल में रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन व्यवस्था ने बढ़ाई परेशानी।

शुक्रवार को विक्टोरिया अस्पताल के पर्ची काउंटर के लेकर मेडिसिन विभाग के आगे तक मरीजों की कतार लगी रही। मरीजों को घंटों इंतजार के बाद भी पर्ची और परामर्श नहीं मिला। बताया कि पहले वाला सिस्टम सही था। पहले 5 रुपए देकर तत्काल पर्ची बनवा लेते थे, ज्यादा समय नहीं लगता था। अब ऐसा नहीं होता, जिससे परेशानी बढ़ गई है।

अरुण कुमार ने बताया कि बहुत सारे मरीज ऐसे आते हैं, जिनके पास मोबाइल नहीं है। जिससे वह टोकन नहीं ले पाते। पहले जैसे एक ही काउंटर से पर्ची की व्यवस्था होनी चाहिएद। मरीजों केा धूप में परेशान होना पड़ता है। कई बार सर्वर समस्या के चलते भी मोबाइल अप्लीकेशन काम नहीं करता। जिस कारण परेशान होना पड़ता है। 

मंडला से आए तारीख खान ने बताया कि बेटी को उपचार कराने के लिए लाए हैं, लेकिन पर्ची ही नहीं बन पा रही। पहले व्यवस्था सही थी कि पांच रुपए दिए और पर्ची बन जाती थी। कई बार तो बिना पैसे के भी पर्ची बन जाती थी, लेकिन ऑनलाइन सिस्टम में पहले टोकन लो फिर पर्ची बनवाओ। किसी के पास मोबाइल नहीं तो वह कैसे करे। घंटों परेशान होना पड़ता है। 

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