नरसिंहपुर: बचई शुगर मिल विवाद से गरमाई सियासत, रजा-जालम के आरोप-प्रत्यारोप से मचा बवाल
बचई शुगर मिल विवाद के वायरल वीडियो के बाद नरसिंहपुर की सियासत तेज। नवाब रजा और जालम सिंह के आरोप–पलटवार से जिले में बढ़ा राजनीतिक तनाव।
बचई शुगर मिल विवाद: नवाब रजा और जालम सिंह के आरोप–पलटवार से जिले में बढ़ा राजनीतिक तनाव।
नरसिंहपुर / संवाददाता- गणेश प्रजापति
नरसिंहपुर जिले में ठंड बढ़ रही है, लेकिन राजनीतिक तापमान लगातार चढ़ता जा रहा है। बचई शुगर मिल परिसर में हुए विवाद का वीडियो वायरल होने के बाद जिले की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। वायरल वीडियो में एक युवक के साथ मारपीट दिखाई दे रही है, जिसे विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा बताया जा रहा है। आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे मिल संचालक नवाब रजा की भूमिका है।
पुलिस की कार्रवाई, काउंटर FIR से बढ़ा विवाद
वीडियो सामने आते ही मुंगवानी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लिया। युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। दूसरी ओर मिल प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने काउंटर FIR भी दर्ज कर ली। इसी से आरोप-प्रत्यारोप की सियासी जंग शुरू हो गई।
नवाब रजा का आरोप- “मुझे गुंडे के बराबर खड़ा कर दिया”
घटना के अगले दिन मिल संचालक नवाब रजा ने किसानों और मीडिया से बातचीत की। भावुक रजा ने कहा-
“मुझे एक गुंडे और मावली के बराबर खड़ा कर दिया गया है।”
रजा का दावा है कि कुछ दिन पहले गोटेगाँव निवासी राजू शूटर ने फोन कर अपने लोगों के लिए ‘5-10 लाख महीना कमाने वाला काम’ देने की मांग की थी। जब वे लोग दस्तावेज लेकर आए तो वे ‘सिस्टम में अयोग्य’ पाए गए, इसलिए उन्हें काम नहीं दिया गया।
रजा ने आरोप लगाया कि इसके बाद वही लोग मिल परिसर में आकर कांटा बंद कराने लगे और टाइम-आउट की घंटी बजाने लगे। उन्होंने दावा किया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे जालम पटेल और मंत्री प्रहलाद पटेल का हाथ है।
रजा ने कहा-
“इन्होंने पहले मेरे एथेनॉल प्लांट की अनुमति रुकवाई थी। कोर्ट जाने पर लाखों रुपये खर्च हुए, तब परमिशन मिली। अब मेरी जान को खतरा है, प्रशासन सुरक्षा दे।”
जालम सिंह पटेल का जवाब- “यह बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र”
रजा द्वारा मंत्री प्रहलाद पटेल का नाम लेने के बाद भाजपा खेमे में नाराजगी बढ़ गई। मंत्री पटेल के छोटे भाई जालम सिंह पटेल और जिला भाजपा अध्यक्ष रामस्नेही पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रजा के आरोपों को निराधार बताया।
जालम सिंह ने कहा-
“नवाब रजा को ऐसा क्यों लग रहा है, समझ नहीं आता। यह किसी बड़े राजनीतिक षड्यंत्र जैसा लगता है। वह इतने वर्षों से फैक्ट्री चला रहे हैं, ऐसी शिकायत कभी नहीं आई। सीधे प्रहलाद पटेल का नाम लेना राजनीतिक रूप से प्रेरित कदम है।”
उन्होंने इशारों में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर भी संकेत किया और कहा कि रजा उनके “करीबी” माने जाते हैं, इसलिए पूरे प्रकरण पर संदेह गहराता है।
जिले की राजनीति में उबाल, जांच की मांग तेज
मामले में अब दोनों पक्ष आमने-सामने हैं। भाजपा ने उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है, जबकि नवाब रजा सुरक्षा की मांग पर अड़े हैं। विवाद अब सिर्फ एक मारपीट की घटना नहीं रह गया है, बल्कि जिले की राजनीति में नई खाई खोल चुका है।
आगे क्या?
बचई शुगर मिल विवाद आने वाले दिनों में नरसिंहपुर की राजनीति को बड़ा मोड़ दे सकता है। आरोपों की तीखेपन और नेताओं की सक्रियता को देखते हुए यह मामला जल्द शांत होने के आसार नहीं दिख रहे। प्रशासन की जांच रिपोर्ट ही तय करेगी कि सच क्या है और राजनीति किस ओर मुड़ेगी।