संस्कृति और पर्यटन को मिलेगी वैश्विक पहचान: मध्य प्रदेश सरकार ने फ्रांस के साथ किया MOU साइन; जानें खासियत
मध्य प्रदेश और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन सहयोग पर त्रिपक्षीय MoU पर हस्ताक्षर। जानें इस ऐतिहासिक साझेदारी की मुख्य बातें।
MP-France Tourism Agreement
भोपाल (मध्य प्रदेश)। भारत और फ्रांस के बीच संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में ऐतिहासिक समझौता हुआ है। शुक्रवार, 13 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में मध्य प्रदेश सरकार, फ्रांसीसी दूतावास और एलायंस फ्रांसेसे के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता मध्य प्रदेश को एक वैश्विक सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र के रूप में उभरने का अवसर प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह एमओयू राज्य को भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाने और फ्रांस के साथ दीर्घकालिक व्यावसायिक और सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगा। यह कलाकारों, शिल्पकारों और छात्रों के लिए वैश्विक मंच तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगले माह उनकी फ्रांस यात्रा प्रस्तावित है, जहां वे दोनों देशों के बीच औद्योगिक, शैक्षणिक और पर्यटन संबंधों को और गहरा करेंगे।
समझौते की प्रमुख विशेषताएँ
- इंडो-फ्रेंच सांस्कृतिक कैलेंडर का वार्षिक निर्माण
- कला उत्सव, संगीत-नृत्य प्रदर्शन, पाककला कार्यक्रम, फिल्म स्क्रीनिंग
- फ्रांसीसी पर्यटकों के लिए पर्यटन सामग्री का फ्रेंच अनुवाद
- गाइड्स और टूरिज्म स्टाफ को फ्रेंच भाषा और संस्कृति का प्रशिक्षण
- स्थानीय कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करना
शिक्षा, संस्कृति और पर्यटन मिलेगी वैश्चिक पहचान
फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ ने कहा, मध्य प्रदेश के साथ यह साझेदारी शिक्षा, संस्कृति, पर्यावरण और पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। यह समझौता तीन वर्षों के लिए वैध रहेगा और आपसी सहमति से इसे आगे बढ़ाया जा सकेगा।