रोहतक ऑनर किलिंग: बहन के चारों हत्यारोपी पुलिस एनकाउंटर में घायल, जीजा की हत्या की साजिश नाकाम
पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अब सपना के पति की हत्या की साजिश रच रहे हैं। रात 12 बजे लाढ़ौत रोड पर पुलिस ने इन आरोपियों को घेरने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
मुठभेड़ के बाद बाइक की जांच करती पुलिस टीम।
हरियाणा के रोहतक में ऑनर किलिंग के जघन्य मामले में शामिल आरोपियों को देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी मृतका का सगा भाई समेत अब अपने जीजा यानी मृतका के पति की हत्या की साजिश रच रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर चार आरोपियों को लाढ़ौत रोड पर घेर लिया, जिसके बाद हुई गोलीबारी में चारों घायल हो गए।
प्रेम कहानी का खौफनाक अंत
यह मामला रोहतक के काहनी गांव का है, जहां 23 वर्षीय सपना को उसके ही भाई और साथियों ने बुधवार देर रात गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। सपना ने लगभग साढ़े तीन साल पहले अपने ही गांव के सूरज से परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर कोर्ट मैरिज की थी। दोनों की प्रेम कहानी स्कूल के दिनों में शुरू हुई थी।
चूंकि दोनों एक ही जाति के थे फिर भी परिवार वालों को यह शादी 'इज्जत' के खिलाफ लगी। शादी के बाद से ही दोनों परिवारों के बीच रंजिश शुरू हो गई। सूरज और सपना को डर के कारण करीब दो साल तक गांव छोड़कर रोहतक में किराए के कमरे में रहना पड़ा और इस दौरान उन्होंने पुलिस सुरक्षा भी ली। उनका एक बेटा (देव) भी हुआ।
सूरज के पिता की मौत के बाद जब उन्हें लगा कि अब सब सामान्य हो रहा है तो करीब दो साल पहले वे वापस गांव लौट आए। लेकिन गांव वालों के लगातार ताने और 'बेइज्जती' के एहसास ने सपना के मायके वालों को अंदर ही अंदर जला दिया। इसी शर्मिंदगी और रंजिश ने भाई संजू को अपनी बहन का हत्यारा बना दिया।
हत्या की साजिश और वारदात की रात
गांव लौटने के बाद सपना के भाई संजू ने दोस्तों के साथ मिलकर सपना और सूरज को मारने की साजिश रचनी शुरू कर दी। मुख्य आरोपी संजू (मृतका सपना का भाई) ने अपने साथियों रूखी के अंकित, गौरव और काहनी के राहुल के साथ मिलकर पूरी योजना बनाई। शुरुआत में उनकी योजना करवा चौथ के दिन ही सूरज और सपना की जान लेने की थी, लेकिन उस समय वे अवैध हथियारों का इंतजाम नहीं कर पाए। संजू ने लगभग 20 दिन पहले ही हथियार खरीदे थे, जिसमें दो आरोपी सोनीपत के रहने वाले लोगों ने मदद की थी। हथियार मिलने के बाद उन्होंने अपनी प्लानिंग को अंतिम रूप दिया। पिछले 10 दिनों से वह लगातार सपना और सूरज की रेकी कर रहा था।
वारदात बुधवार देर रात करीब पौने 10 बजे हुई। संजू अपने चार साथियों के साथ सपना के घर में घुसा और एक कमरे में सो रही सपना पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। उसे 4-5 गोलियां लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सपना को बचाने आए उसके देवर साहिल को भी आरोपियों ने गोली मार दी, जो उसके पेट में लगी। साहिल को तुरंत PGI के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपियों को चारों तरफ से घेरा
बहन की हत्या के बाद भी आरोपियों का खून शांत नहीं हुआ था। वे अब सपना के पति सूरज को भी मारना चाहते थे। वारदात के बाद वे लाढ़ौत से बोहर जाने वाले रोड पर इकट्ठा हुए और सूरज की हत्या की अगली साजिश रचने लगे। देर रात 12 बजे के आसपास पुलिस को इस साजिश की गुप्त सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपियों को चारों तरफ से घेर लिया।
आत्मसमर्पण के लिए कहने पर पुलिस पर फायरिंग
पुलिस ने आरोपियों से आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन जवाब में अपराधियों ने ही पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी अपनी सुरक्षा और बचाव में जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से करीब 20 राउंड गोलियां चलीं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में चारों आरोपियों के पैर में गोली लगी, जिससे वे घायल हो गए।
घायल आरोपियों की पहचान रूखी के अंकित और गौरव, काहनी गांव के राहुल और मृतका सपना के सगे भाई संजू के रूप में हुई। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। पुलिस ने तुरंत चारों को हिरासत में लिया और इलाज के लिए PGI के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया।
भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से भारी मात्रा में अवैध हथियार भी बरामद किए हैं, जिनमें 2 पिस्टल 30 बोर, 2 देसी कट्टे 315 बोर, 10 कारतूस, 10 खाली कारतूस, 2 मैगजीन और एक स्पलेंडर बाइक शामिल है। पुलिस के अनुसार आरोपियों का पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और संजू ने हत्या के लिए ये हथियार हाल ही में खरीदे थे।
सपना के परिवार ने सूरज से विवाह करने के बाद लगातार यह धमकी दी थी कि वे 'इज्जत' के नाम पर उन्हें जान से मार देंगे। इस घटना ने एक बार फिर हरियाणा में ऑनर किलिंग के गंभीर मुद्दे को उजागर कर दिया है, जहां प्रेम विवाह करने वालों को समाज और परिवार के रूढ़िवादी विचारों का शिकार होना पड़ता है।
घायल आरोपियों का इलाज चल रहा है और उनके ठीक होने के बाद उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी। पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि अवैध हथियार जुटाने में उनकी किसने मदद की थी। उधर, सपना का अंतिम संस्कार आज दोपहर काहनी गांव में किया जाएगा।
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