भावांतर भरपाई योजना 2025: अक्टूबर से शुरू होगी बाजरे की सरकारी खरीद, 'ई-खरीद ऐप' लॉन्च; घर बैठे गेट पास बुक कराएं
हरियाणा में 1 अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद भावांतर भरपाई योजना (BBPY) के तहत होगी। MSP और मंडी रेट का अंतर सीधे किसानों के खाते में जाएगा। बारिश से बाजरे और कपास की गुणवत्ता प्रभावित, जानें पूरी जानकारी।
हरियाणा में बाजरा खरीद की तारीख का ऐलान।
हरियाणा सरकार 1 अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद शुरू करने जा रही है। इस बार बाजरे की खरीद भावांतर भरपाई योजना (Bhavantar Bharpai Yojana - BBPY) के तहत की जाएगी, जिसका अर्थ है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और मंडी रेट के अंतर की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा की जाएगी। हालांकि मंडियों में फसलें पहुंचनी शुरू हो गई हैं, सरकारी खरीद की तारीख दूर होने और असामान्यता बारिश के कारण आढ़ती और किसान दोनों असमंजस की स्थिति में हैं।
आढ़ती और किसानों की चिंताएं
मंडी में इस समय बाजरे की आवक बहुत ज्यादा है, जबकि खरीद शुरू होने में अभी समय है। आढ़तियों ने अपनी चिंता व्यक्त कर कहा कि भारी बरसात के चलते बाजरा 80-90 प्रतिशत तक काला हो चुका है, जिससे उसकी गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हुई है।
• नुकसान का डर: आढ़तियों का कहना है कि किसान बाजरा मंडी में छोड़कर जा चुके हैं। यदि और बारिश होती है तो पहले से खराब बाजरा और ज्यादा खराब हो जाएगा, जिसका नुकसान आढ़तियों को भरना पड़ सकता है।
• खरीद की अनिश्चितता: किसानों और आढ़तियों को यह स्पष्ट जानकारी नहीं है कि बाजरा किस मात्रा में खरीदा जाएगा और भावांतर भरपाई योजना के तहत कितना अंतर दिया जाएगा।
• कपास की समस्या: कपास की खरीद कब और कैसे होगी, इसकी भी कोई जानकारी नहीं है। असामान्य बारिश और कीटों के प्रभाव के कारण कपास की गुणवत्ता प्रभावित हुई है, जिससे एमएसपी पर खरीद खतरे में बताई जा रही है। किसान लगातार कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
मार्केट कमेटी की तैयारी और नई गाइडलाइन
चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव विजय कुमार ने 1 अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद शुरू होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि खरीद को लेकर सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है और मंडी में व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।
• खरीद का पैटर्न: बाजरे की खरीद 2023-24 के पैटर्न के आधार पर ही भावांतर भरपाई योजना के तहत की जाएगी।
• तैयारी: फूड एंड सप्लाई की डायरेक्शन टीम मंडी में आ चुकी है, और जो थोड़ी-बहुत कमी है, उसे खरीद शुरू होने से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
घर बैठे मिलेगा गेट पास
सरकारी खरीद की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ई-खरीद ऐप लॉन्च किया गया है।
• गेट पास की सुविधा: मार्केट कमेटी के सचिव ने बताया कि किसान भाई प्ले स्टोर से ई-खरीद ऐप डाउनलोड करके घर पर बैठकर ही अपना गेट पास बुक करवा सकते हैं।
• सुविधा का लाभ: इससे किसानों को मंडी में लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उनकी फसल सीधे सरकारी खरीद केंद्र तक पहुंच जाएगी।
बारिश से गुणवत्ता पर गंभीर असर
• कपास: सफेद कपास इस बार थोड़ी पीली पड़ गई है।
• बाजरा: बाजरे में भी रंग बदलने (कलर चेंज) की समस्या आई है।
वर्तमान में मंडी में कपास करीब ₹7,200 के रेट पर बिक रही है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे जल्द से जल्द ऐप के जरिए अपना गेट पास बुक कराएं और अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
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