नकली साधु बनकर हिमाचल से आए दो युवक पकड़े: महिला सरपंच की सतर्कता से रोहतक में ठगी का प्रयास विफल
सरपंच ने जब उनके पहनावे की जांच की तो उनके नकली कुंडल और चोटी का भेद खुल गया। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे हिमाचल से आकर बाइक से ठगी करते थे।
महम में पकड़े गए आरोपी युवक।
हरियाणा के रोहतक जिले के महम क्षेत्र में स्थित मदीना कोरसान गांव की सरपंच अनीशा संदीप दांगी की सूझबूझ और बहादुरी से एक बड़ा खुलासा हुआ है। उन्होंने दो फर्जी साधुओं को पकड़कर पुलिस के हवाले किया है, जो घरों में अकेली महिलाओं को अपना निशाना बनाकर ठगी करते थे। यह घटना इस बात की चेतावनी है कि समाज में कुछ लोग धार्मिक वेशभूषा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रलोभन देकर पैसे ठगने की कोशिश
यह घटना तब हुई जब ये दोनों कथित साधु गलती से सरपंच अनीशा के घर पहुंच गए। उन्होंने घर में अकेली महिला को देखा और उसे तरह-तरह के प्रलोभन देकर पैसे ठगने की कोशिश की। सरपंच को उनकी बातों पर संदेह हुआ और उन्होंने उनके पहनावे की जांच करने का फैसला किया। जब सरपंच ने उनके कानों में पहने कुंडल की जांच की, तो वे नीचे गिर गए। इसके अलावा, उनके सिर पर लगी चोटी भी नकली पाई गई। यह देखकर, सरपंच ने तुरंत उन दोनों को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।
ठगों ने किया चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। ठगी के लिए वे एक सुनियोजित तरीका अपनाते थे। वे बाइक पर सवार होकर गांव में आते थे और अपनी बाइक को गांव से दूर कहीं छिपाकर खड़े कर देते थे। इसके बाद, वे साधु का भेष धारण कर घरों में घूमते थे और अकेली महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे।
सरपंच अनीशा ने इन ठगों को पकड़ने के बाद पूरे गांव में बाहरी भिखारियों और संदिग्ध व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने गांव वालों से भी अपील की है कि अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति गांव में घूमता दिखाई दे, तो तुरंत सरपंच या पुलिस को सूचित करें। सरपंच का कहना है कि इस तरह के लोग ग्रामीणों को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए सतर्कता बहुत जरूरी है। यह कार्रवाई गांव में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।