Covid: हरियाणा में 24 घंटे में 27 नए मामले, अब तक कुल 384 कोरोना पॉजिटिव मिले, ट्रेवल हिस्ट्री पर नजर
फरीदाबाद में 12, गुरुग्राम व करनाल में 6-6, और पंचकूला में 3 मामले शामिल हैं। हालातों को देखते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोविड बंदिशों को 31 मार्च 2025 तक बढ़ा दिया है। नागरिकों से मास्क पहनने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की गई है।
हरियाणा में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, जिससे सरकार और स्वास्थ्य विभाग दोनों अलर्ट मोड पर आ गए हैं। पिछले 24 घंटों में राज्य के चार जिलों से 27 नए कोरोना केस सामने आए हैं, जो चिंता का विषय है। इनमें फरीदाबाद में 12, गुरुग्राम और करनाल में 6-6, और पंचकूला में तीन नए मामले शामिल हैं। राज्य में अब तक कुल 384 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 269 ठीक हो चुके हैं, जबकि एक्टिव केसों की संख्या 115 के करीब है। प्रदेश के 16 जिलों में कोविड पेशेंट चिह्नित किए गए हैं, जो दर्शाता है कि संक्रमण का फैलाव काफी हद तक हो चुका है।
31 मार्च 2025 तक बढ़ाई गईं बंदिशें
कोविड के इन ताजा हालातों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। महामारी रोग अधिनियम 1897 की धारा 2,1,3 और 4 के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोविड से संबंधित बंदिशों को 31 मार्च 2025 तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने, बीमारी के प्रसार को रोकने और संक्रमित व्यक्तियों का प्रभावी ढंग से इलाज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री पर कड़ी नजर
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव सुधीर राजपाल ने इस संबंध में विस्तृत आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में साफ कहा गया है कि बाहर से आने वाले सभी मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य संक्रमण के स्रोत का पता लगाना और इसे आगे फैलने से रोकना है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब मौसमी बीमारियों के साथ-साथ कोविड के लक्षण वाले मरीज भी सामने आ रहे हैं। हरियाणा में जुकाम-बुखार के संदिग्ध मरीजों का कोविड परीक्षण किया जा रहा है ताकि संक्रमण का जल्द पता लगाया जा सके।
हवाई यात्रा करने वालों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग होगी तेज
संक्रमण के प्रवेश बिंदुओं को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष योजना बनाई है। अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष टीमें लगाई जाएंगी। ये टीमें हवाई अड्डों और अन्य प्रवेश बिंदुओं पर यात्रियों की गहन स्क्रीनिंग करेंगी और लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल लेंगी। टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए राज्य में एक दर्जन कोविड टेस्टिंग सेंटर सक्रिय किए गए हैं। इससे टेस्टिंग क्षमता बढ़ेगी और रिपोर्ट जल्दी मिल पाएगी।
इसके अलावा, सभी अस्पतालों को नए सिरे से दिशानिर्देश दिए गए हैं कि वे कोविड मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन और अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। यह भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक तैयारी है।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से आने वाले सभी यात्रियों से अपनी यात्रा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी विभाग के साथ साझा करने की अपील की है। यह सहयोग कोविड के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को तुरंत आइसोलेशन में भेजा जाएगा और उनके संपर्क में आए लोगों की तेजी से ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जाएगी। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।
विशेष टास्क फोर्स का गठन
बढ़ते मामलों को देखते हुए, प्रभावित जिलों में कोविड की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स दैनिक आधार पर डेटा का विश्लेषण कर रही है और स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही है। साथ ही, शैक्षणिक संस्थानों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs), ऑफिसों, मॉल्स और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल लागू करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इन अभियानों का उद्देश्य लोगों को कोविड के खतरे के प्रति सचेत करना और उन्हें उचित व्यवहार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग, दोनों ही कोविड की स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं और संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। नागरिकों का सहयोग इस लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण होगा।