हरियाणा में 'बदमाश' विवाद: DGP ने थार-बुलेट वालों को घेरा, दुष्यंत चौटाला ने खट्टर की फोटो डालकर सियासी बम फोड़ा
ओपी सिंह ने डीजीपी का पदभार संभालने के बाद गैंगस्टरों पर कड़ा रुख अपनाया है, उन्हें 'सियार' कहकर ललकारा है। उन्होंने झज्जर जेल में बंद गैंगस्टर का सोशल मीडिया अकाउंट बंद करवाया और उसे टॉयलेट सफाई का काम सौंपा है।
दुष्यंत चौटाला की ओर से X हैंडल पर साझा पोस्ट।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह का थार और बुलेट बाइक चलाने वालों को लेकर दिया गया एक बयान इन दिनों हरियाणा की राजनीति में भूचाल ला रहा है। गुरुग्राम में दिए गए उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया है और अब इस विवाद में हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी कूद गए हैं।
डीजीपी के बयान पर दुष्यंत चौटाला का तीखा सवाल
रविवार शाम को दुष्यंत चौटाला ने अपने एक्स (X) हैंडल पर एक विवादित पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में उन्होंने डीजीपी के बयान थार और बुलेट से बदमाश चलते हैं—को हेडलाइन बनाया। इसके नीचे उन्होंने तीन तस्वीरें डालीं हैं। एक फोटो में वह स्वयं बुलेट चलाते हुए दिख रहे हैं। दूसरी फोटो में पूर्व सीएम और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी बुलेट पर सवार हैं। तीसरी फोटो में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बिहार के नेता तेजस्वी यादव एक ऑफ-रोड एसयूवी (SUV) में बैठे हैं।
इन तस्वीरों के नीचे दुष्यंत ने तीखा सवाल पूछा- DGP साहब! तो क्या ये भी। उन्होंने अपनी पोस्ट को वर्तमान सीएम नायब सिंह सैनी को टैग कर यह भी पूछा कि क्या उन्होंने भी कभी थार या बुलेट चलाई है? दुष्यंत का यह पोस्ट सीधे तौर पर डीजीपी के बयान को राजनीतिक नेताओं से जोड़कर, उसे चुनौती देने वाला माना जा रहा है।
डीजीपी ओपी सिंह ने ये कहा था
विवाद की जड़ हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह का शनिवार को गुरुग्राम में दिया गया बयान है। उन्होंने कहा था कि पुलिस अब सभी गाड़ियों को नहीं, बल्कि केवल थार और बुलेट चलाने वालों को पकड़ेगी, क्योंकि थार और बुलेट से सारे बदमाश चलते हैं। डीजीपी ने इस बात को 'माइंड सेट' से जोड़ते हुए कहा थार गाड़ी नहीं है, एक स्टेटमेंट है, कि हम ऐसे हैं। थार लेंगे, स्टंट करेंगे... दोनों मजे थोड़ा ना होंगे, दादागिरी भी हो और फंसे भी ना, दोनों कैसे होगा।" उन्होंने यहां तक कह दिया कि जिसके पास भी थार होगी, उसका 'दिमाग घुमा हुआ होगा'। उन्होंने एक एसीपी के बेटे का उदाहरण भी दिया जिसने थार से किसी पर गाड़ी चढ़ा दी थी।
26 दिन पहले ही हरियाणा के डीजीपी बने हैं
ओमप्रकाश सिंह (ओपी सिंह) 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और हाल ही में 26 दिन पहले ही हरियाणा के डीजीपी बने हैं। हालांकि, उनकी सेवानिवृत्ति इसी साल 31 दिसंबर को है। मूलरूप से बिहार के जमुई जिले के रहने वाले ओपी सिंह अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं।
वह पहले तत्कालीन सीएम मनोहरलाल खट्टर के विशेष सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हरियाणा में नशे के खिलाफ राहगीरी का कॉन्सेप्ट उन्हीं की देन है, जिसे बाद में सरकार ने अपनाया और यह काफी लोकप्रिय हुआ। यह भी रोचक है कि ओपी सिंह दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं।
गैंगस्टरों पर डीजीपी का सख्त रुख
ओपी सिंह ने पदभार संभालने के बाद से ही हरियाणा में गैंगस्टरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने रोहतक में गैंगस्टरों को 'सियार' बताते हुए ललकारा था कि 'मां का दूध पिया है तो सामने आएं'। उन्होंने पुलिस प्रशासन को साफ निर्देश दिए हैं कि अगर कोई गोली चलाता है तो उसे जवाब देने के लिए फ्री हैं।
हाल ही में, उन्होंने झज्जर जेल में बंद गैंगस्टर दलजीत पंघाल (सिसाय) पर गुस्सा जाहिर किया था, जिसने हरियाणा दिवस पर सफेद कपड़ों में अपनी पोस्ट डाली थी। डीजीपी के आदेश पर हांसी पुलिस ने गैंगस्टर का सोशल मीडिया पेज चलाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया और गैंगस्टर का सोशल मीडिया अकाउंट बंद करवाया। दलजीत पंघाल, जिस पर 55 से अधिक केस दर्ज हैं, उसे झज्जर जेल में टॉयलेट सफाई का काम सौंपा गया है। डीजीपी ने स्पष्ट कर दिया है कि जो धमकी देते हैं, नुकसान पहुंचाते हैं या जबरन वसूली करते हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
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