ऑपरेशन सिंदूर पर उठाया सवाल: उदित राज ने कहा- दुनिया हमारे साथ नहीं, भाजपा ने दिया करारा जवाब

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ संदेश को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए 7 प्रतिनिधिमंडल बनाए हैं। उदित राज और उमंग सिंघार ने इस पर सवाल उठा दिए हैं, जिससे सियासत गरमाने लगी है।

Updated On 2025-05-17 17:00:00 IST

ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस नेता उदित राज ने उठाए सवाल। 

केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के जीरो टॉलरेंस के संदेश को दुनिया तक पहुंचाने के लिए सांसदों की 7 टीमें बनाई हैं। ज्यादातर दल इसका समर्थन कर रहे हैं। साथ ही, पीएम मोदी के फैसले की भी सराहना कर रहे हैं। उधर, कांग्रेस नेता उदित राज और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाया है, जिसके बाद से सियासत गरमा गई है। खास बात है कि कांग्रेस में भी इस मुद्दे को लेकर दो धड़े आमने-सामने हैं। पहले पढ़िये कांग्रेस नेता उदित राज ने क्या कहा...

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज ने कहा है कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ है। कई अन्य देश भी पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कितना सच है, लेकिन पाकिस्तान के पास जो परमाणु शक्ति है, वो अमेरिका की दी है। शहबाज शरीफ के शब्दों का खास मतलब नहीं है। आईएसआई ही पाकिस्तान में सब कुछ नियंत्रित कर रही है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मान लीजिए हमने पाकिस्तान में दो चार जगहों पर बमबारी की और एक जगह से आतंकियों का सफाया हो गया, लेकिन वहां कई जगहों पर आतंकवादी मौजूद हैं। सबक तो सिखा ही नहीं पाए हम। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कोई भी हमारा समर्थन नहीं कर रहा है, तो फिर 40 सांसदों को भेजने से क्या हासिल होगा?

उमंग सिंघार ने भी किया जुबानी हमला

मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जुबानी हमला किया। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा कि सबसे पहले उन पर्यटकों के परिवारों से पूछा जाना चाहिए जिनके अपने उन आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गए। क्या भाजपा उनके सिंदूर की रक्षा कर पाई? अगर सेना को खुली छूट मिलती, तो हर परिवार के सिंदूर की रक्षा हो सकती थी। लेकिन, केंद्र सरकार ने सेना को वह स्वतंत्रता नहीं दी। पहले परिवारों की आवाज सुनिए, न कि देश-विदेश में इस ऑपरेशन का बखान कीजिए।

केंद्र के फैसले पर कांग्रेस में फूट? 

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का रूख उदित राज के उलट दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी ऐसे काम किए हैं। महत्वपूर्ण मुद्दों पर सभी दलों के नेताओं को एक समूह हमेशा बातचीत के लिए विदेश भेजा जाता है। मैं भी ऐसे बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहा हूं।

उन्होंने कहा कि हम जहां भी जाते हैं, हम हमेशा भारत सरकार द्वारा दी गई संक्षिप्त जानकारी ही बोलते हैं। उधर, इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल शशि थरूर ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने भी इस मुहिम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी की मुहिम नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र की मुहिम है। नीचे सुनिये पूरा वीडियो...

मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर बोला हमला

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन से पहले कांग्रेस का व्यवहार और अब उनका व्यवहार, इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। यह कांग्रेस शासित राज्यों के लिए अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की महानता है कि वे हर पार्टी से कुछ सांसदों को प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए चुन रहे हैं। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

'कांग्रेस ने देश से ज्यादा पार्टी को प्राथमिकता दी'

भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस अपनी पार्टी नेताओं पर भरोसा नहीं करती है। डॉ. शशि थरूर ने लगातार पाकिस्तान के नैरेटिव को विफल किया है और इंडिया फर्स्ट की अवधारणा को पेश किया है। लेकिन कांग्रेस ने देश से ज्यादा अपनी पार्टी को प्राथमिकता दी और संदिग्ध नामों को आगे किया, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिनके चुनाव के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे। सुनिये उनका पूरा बयान

 पीएम मोदी के फैसले को सराहा

उधर, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि 26/11 हमलों के बाद तात्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने अलग-अलग देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे थे ताकि दुनिया को दिखा सके कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है। वहां आतंकवादी पैदा होते हैं। दुनिया में माहौल बनाया गया कि पाकिस्तान आतंकवाद पैदा करने वाली फैक्ट्री है।

उन्होंने कहा कि पीएम मनमोहन सिंह के कार्यकाल में आतंकवादी कम होते रहे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से सीजफायर होने के बाद मैने मांग की थी कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को अलग- अलग देशों में भेजा जाए। मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष की मांग सुनी। उन्होंने कहा कि हमारी सलाह पर विचार करते हैं, तो कई समस्याओं का समाधान एक साथ मिलकर किया जा सकता है। 

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