World Book Fair 2024: दिल्ली में कल से शुरु हो रहा वर्ल्ड बुक फेयर, जानें थीम, टिकट समेत सभी जानकारी

World Book Fair 2024: इस साल विश्व पुस्तक मेला ‘बहुभाषी भारत एक जीवंत परंपरा’ (Multilingual India) पर आधारित है। बाल मंडप में इस साल बच्चों के संवाद कौशल पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।

Updated On 2024-02-09 10:11:00 IST
दिल्ली में कल से सजेगा विश्व पुस्तक मेला 2024

World Book Fair 2024: राजधानी दिल्ली में पुस्तक प्रेमियों के लिए महाकुंभ सजने के लिए तैयार है। दरअसल, हर साल दिल्ली में नेशनल बुक ट्रस्ट की ओर से 'नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला' (New Delhi World Book Fair) आयोजन किया जाता है। इस साल ये 10 फरवरी से शुरू होकर 18 फरवरी यानी कुल मिलाकर 9 दिनों तक चलने वाला है। इसमें देश ही नहीं, दुनियाभर के पाठक, प्रकाशक और लेखक हिस्सा लेने के लिए पहुंचते हैं। इस बार यहां पर आपको 22 भारतीय भाषाओं के अलावा कई विदेशी भाषाओं की किताबें देखने को मिलेंगी। चलिए जानते हैं कि इस साल क्या थीम, एंट्री, वेन्यू और टिकट से जुड़ी जानकारियों के बारे में...

विश्व पुस्तक मेले की थीम 

इस साल विश्व पुस्तक मेला ‘बहुभाषी भारत एक जीवंत परंपरा’ (Multilingual India) पर आधारित है। वहीं, अतिथि के तौर पर इस साल सऊदी अरब को चुना गया है। साथ ही, इटली, फ्रांस, जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्किये, ईरान, स्पेन और श्रीलंका भी इस पुस्तक मेले में हिस्सा लेंगे। लेकिन आने वाले दिनों में इसमें शामिल होने वाले देशों की संख्या और भी बढ़ सकती है। बता दें कि इस साल यह 51वां पुस्तक मेला दिल्ली के प्रगति मैदान हॉल नंबर 1 से लेकर 5 में आयोजित किया जा रहा है।

इन लोगों के लिए फ्री एंट्री

नैशनल बुक ट्रस्ट की मानें, तो हर साल की तरह इस साल भी पुस्तक मेले में दिव्यांगों, स्कूल स्टूडेंट्स और सीनियर सिटीजन के लिए एंट्री फ्री रहेगी। वहीं, एंट्री फीस बच्चों के लिए 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपए है। मेले की टाइमिंग सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक है।

वर्ल्ड बुक फेयर की टिकट एसे लें 

दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने जा रहे विश्व पुस्तक मेले में पहुंचने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन सुप्रीम कोर्ट है। वर्ल्ड बुक फेयर की आप इसकी वेबसाइट https://www.nbtindia.gov.in/ndwbf2024/ या दिल्ली मेट्रो के स्टेशन से भी ले सकते हैं।

बच्चों के लिए विशेष कार्यशालाएं 

बाल मंडप में इस साल बच्चों के संवाद कौशल पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। इनके लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। जिसमें कैलीग्राफी, कैरीकेचर, समाचार लेखन, एनीमेशन स्टोरी, डेवलपमेंट, कहानी लेखन, कला एवं शिल्प, खेल-खेल में गणित आदि सीखने का अनुभव मिलेगा।

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