Delhi: दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए मिशन मोड में आप, जीर्णोद्धार को मंत्री आतिशी ने दी मंजूरी
Delhi: लोक निर्माण विभाग मंत्री आतिशी ने पश्चिमी रोड डिवीजन के तहत मादीपुर विधानसभा के कुछ प्रमुख सड़कों के सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण के परियोजना को मंजूरी दी।
Delhi: केजरीवाल सरकार दिल्ली की सड़कों को सुंदर, सुरक्षित व विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में मिशन मोड में काम कर रही है। इस बाबत लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने रविवार को पश्चिमी रोड डिवीजन के तहत मादीपुर विधानसभा के कुछ प्रमुख सड़कों के सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण के परियोजना को मंजूरी दी। इन सड़कों में मेट्रो पिलर 109 से 273 तक रोहतक रोड (एनएच-10) सर्विस लेन, रोड नंबर 41, 77 और पश्चिम पुरी चौक से मुल्तान नगर में न्यू स्लम क्वार्टर तक की रोड शामिल हैं।
मंत्री आतिशी ने दी मंजूरी
इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से मादीपुर विधानसभा में सड़कों की स्थिति बेहतर होगी, जिससे वे अधिक टिकाऊ बनेंगे। इसके अलावा सौंदर्यीकरण के साथ ये क्षेत्र की खूबसूरती को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में सड़कों को बेहतर बनाने के साथ दिल्ली के नागरिकों के लिए सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार का प्रयास दिल्ली में शानदार सड़कें बनाने के साथ एक मजबूत और सुरक्षित परिवहन नेटवर्क तैयार करना जो ग्लोबल स्टैंडर्ड का हो।
आतिशी ने कहा कि इस दिशा में शहर में सड़कों की स्थिति को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों की पहचान करने और उनका समाधान करने के लिए हम योजनाबद्ध तरीके से काम करते हैं। इस योजना में विशेषज्ञों द्वारा सड़कों का मूल्यांकन, सड़कों की मरम्मत और उन्हें मजबूत करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है, ताकि ये सुनिश्चित हो सकें कि वे ये सड़कें भारी यातायात और किसी भी मौसम का सामना कर सकें।
अधिकारी निर्धारित समय में काम को पूरा करें
पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने कहा कि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए अधिकारी निर्धारित समय में काम को पूरा करें और सड़कों के निर्माण में सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली की सड़कों को मजबूत करने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है। यह देखते हुए कि इन सड़कों का निर्माण बहुत पहले किया गया था, वर्तमान में इनके रख-रखाव की आवश्यकता है। लिहाजा अब यहां रखरखाव और सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया जा रहा है।