दिल्ली में नाम बदलने को लेकर विवाद: अकबर रोड पर पोती कालिख, गौ और हिंदू रक्षा दल ने लगाए भड़काऊ पोस्टर

Delhi News:  दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलने की मांग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गौ रक्षा दल और हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने अकबर रोड के बोर्ड पर कालिख पोत दी। साथ ही इस रोड का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर रखने की मांग की है। 

Updated On 2025-03-07 10:52:00 IST
अकबर बोर्ड दिल्ली।

Delhi News: दिल्ली विधानसभा सदन में मुस्तफाबाद, नजफगढ़ और मोहम्मदपुर का नाम बदलने को लेकर चर्चा की गई। वहीं अब दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलने की मांग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गौ रक्षा दल और हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने अकबर रोड के बोर्ड पर कालिख पोत दी। साथ ही इस रोड का नाम छत्रपति संभाजी महाराज मार्ग करने की मांग रखी। इसके अलावा इन कार्यकर्ताओं ने मुगलों को लेकर विवादित बातें लिखहुआ पोस्टर लगाया और मुगलों के खिलाफ नारे लगाए।

धर्मांतरण का लगाया आरोप

गौ रक्षा दल और हिंदू रक्षा दल द्वारा लगाए गए पोस्टरों में मुगलों पर आरोप लगाए गए कि 'मुगलों ने हिंदुओं का नरसंहार किया, मंदिर तोड़े और जबरदस्ती धर्मांतरण कराया। हिंदुओं को इन घटनाओं के खिलाफ आक्रोश जताना चाहिए और मुगलों के नाम वाली सड़कों का विरोध करके नाम बदलवाना चाहिए।' इनके पोस्टर में हाल ही में रिलीज हुए फिल्म छावा का जिक्र करते हुए लिखा गया 'छावा मूवी में देखा जा सकता है कि कैसे मुगलों ने पीढ़ी दर पीढ़ी हम पर राज किया।'

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अकबर, बाबर के नाम पर क्यों हैं सड़कों के नाम

वहीं इस मामले में गौ रक्षा दल और हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि 'सरकार ने ये भी नहीं सोचा कि लुटेरों के नाम पर सड़कों का नाम है। अकबर ने हमारा धर्मांतरण कराया था और हम उसके नाम पर सड़कों का नाम क्यों रख रहे हैं। NCERT की किताबों में भी हमें मुगल शासक अकबर, बाबर और औरंगजेब के बारे में पढ़ाया गया। मुगलों ने हमारे साथ बर्बरता की और हम उन्हें अपना आइडल मानते हैं।'

पहले भी बाबर और हुमायूं रोड को लेकर हो चुका विवाद

बता दें कि ये कोई पहली घटना नहीं है, जब किसी हस्ती के नाम पर बनी सड़क के नाम को लेकर विवाद किया गया हो। इससे पहले भी कई बार ऐतिहासिक हस्तियों के नाम पर सड़कों का नाम बदलने को लेकर विवाद हो चुका है। इससे पहले हिंदूवादी संगठनों के लोग बाबर और हुमायूं रोड का नाम बदलने को लेकर भी विवाद कर चुके हैं। इन पर भी कालिख पोती जा चुकी है। 

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