Supreme Court: डेढ़ साल की शादी तोड़ने के बदले महिला ने मांगे 12 करोड़, सुप्रीम कोर्ट ने दी ये नसीहत

Supreme Court: महाराष्ट्र की एक महिला ने सुप्रीम कोर्ट में 1 करोड़ रुपए गुजारा भत्ता मांगा और साथ ही BMW कार और एक फ्लैट भी मांगा। इस पर कोर्ट ने उसे नसीहत देते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया है।

Updated On 2025-07-22 18:50:00 IST

सुप्रीम कोर्ट में गुजारा भत्ता मामला।

Supreme Court: महाराष्ट्र की एक महिला सुप्रीम कोर्ट में के गुजारा भत्ते का मामला लेकर पहुंची। इस दौरान महिला ने जो मांग की, उसे सुनकर वहां मौजूद लोग ही नहीं बल्कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की अध्यक्षता वाली जजों की बेंच भी हैरान हो गई।

दरअसल एक महिला की शादी मात्र 1.5 साल चली और वो अपने पति से एक बीएमडब्ल्यू कार, मुंबई में फ्लैट और एक करोड़ रुपए महीने के गुजारा भत्ते की मांग करती है। इस पर कोर्ट ने महिला को समझाया और फैसले को सुरक्षित रख लिया।

बता दें कि सीजेआई गवई की बेंच ने सुनवाई की शुरुआत में महिला से पूछा कि उसकी मांग क्या है? इस पर गुजारा भत्ते की मांग पर खुद दलील पेश कर रही महिला ने कहा कि उसे मुंबई वाला घर और 12 करोड़ रुपए गुजारा भत्ता चाहिए। इस पर सीजेआई ने कहा कि वो घर कल्पतरु में हैं और अच्छे बिल्डरों में से एक है।

आप एक आईटी एक्सपर्ट हैं और आपने एमबीए भी किया है, तो आप कोई नौकरी क्यों नहीं करतीं? आपकी शादी मात्र डेढ़ साल चली और आप एक बीएमडब्ल्यू कार भी चाहती हैं। इसके अलावा आप हर महीने 1 करोड़ रुपए के गुजारे भत्ते की भी मांग कर रही हैं?

इस पर महिला ने कहा कि उसका पति बहुत अमीर है और उसने महिला को सिजोफ्रेनिया से पीड़ित बताकर शादी रद्द करने की मांग की है। इस पर महिला के पति की तरफ से दलील पेश कर रही अधिवक्ता माधवी दीवान ने कहा कि उसे भी काम करना पड़ता है और ऐसे ही किसी भी चीज की मांग नहीं की जा सकती। इस पर गवई ने आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए कहा और महिला को चेतावनी दी कि वो अपने ससुर की संपत्ति पर दावा नहीं कर सकती।

दोपहर 2 बजे के बाद आगे की सुनवाई के दौरान महिला ने रिटर्न के दस्तावेज पेश किए। इस पर अधिवक्ता माधवी दीवान ने कहा कि कि रिटर्न फाइल की पूरी कॉपी पेश करें। पूरी कॉपी पेश करते हुए अधिवक्ता ने कहा कि देखिए 2015-16 में आय ज्यादा थी क्योंकि उस समय वो नौकरी करते थे।

अधिवक्ता ने कहा कि महिला जिस फ्लैट में रह रही हैं, वहां फ्लैट के अलावा पार्किंग भी है। उससे भी कमाई की जा सकती है। इस पर सीजेआई ने सहमति जताते हुए कहा कि मुंबई में सभी जगहों का मुद्रीकरण किया जा सकता है।

वहीं अधिवक्ता दीवान ने कहा कि महिला जिस बीएमडब्ल्यू कार का सपना देख रही है, वो 10 साल पुरानी है और कबाड़ हो चुकी है। इस पर सीजेआई ने कहा कि आपको या तो बिना किसी पैसे के फ्लैट मिलेगा या कुछ भी नहीं। आप उच्च शिक्षित हैं और अपनी इच्छा से काम नहीं करना चाहती हैं। हम अपना फैसला सुरक्षित रख रहे हैं।

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