Udaipur Files: CBFC ने कहा, 'उदयपुर फाइल्स' से हटा दिए विवादित सीन, HC का निर्देश- स्पेशल स्क्रीनिंग कराएं

Udaipur Files: दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने फिल्म के मेकर्स को आदेश दिया कि मूवी की स्पेशल स्क्रीनिंग कराई जाए। जानें क्या है पूरा मामला...

Updated On 2025-07-09 15:28:00 IST

'उदयपुर फाइल्स' फिल्म को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में हुई सुनवाई।

Film Udaipur Files Controversy: 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग को लेकर जमीयत के मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस याचिका पर बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें सेंसर बोर्ड ने बताया कि 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म से कई विवादित सीन हटा दिए गए हैं। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म के प्रोड्यूसर और मेकर्स को आदेश दिया है कि आज ही इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग कराएं।

इस स्क्रीनिंग में याचिकाकर्ता जमीयत उलेमा-ए-हिंद के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और मामले से जुड़े अन्य वकीलों को मूवी और ट्रेलर दिखाया जाएगा। इसके बाद वकील तय करें कि क्या वे मूवी से विवादित सीन्स हटाए जाने के बाद संतुष्ट हैं या फिर नहीं। इसके बाद वकील दिल्ली हाईकोर्ट को जानकारी देंगे। इस मामले पर गुरुवार को फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।

सेंसर बोर्ड के वकील की कोर्ट में दलील

दिल्ली हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय और जस्टिस अनीश दयाल की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने दलील देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सुरक्षित है, लेकिन इस फिल्म का मकसद सांप्रदायिक तनाव को भड़काना प्रतीत होता है। वहीं, CBFC की ओर से पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) चेतन शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड ने पहले ही चिह्नित सीन हटा दिए हैं। इसके बाद कोर्ट ने फिल्म के मेकर्स को स्पेशल स्क्रीनिंग कराने का आदेश दिया।

क्या है याचिकाकर्ता की मांग?

याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से मांग की है कि 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म को सेंसर बोर्ड की ओर से दिए गए सर्टिफिकेशन को रद्द किया जाए। साथ ही फिल्म की रिलीज पर तुरंत रोक लगाई जाए। बता दें कि यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली है। यह फिल्म साल 2022 में राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या पर आधारित बताई जा रही है। जमीयत के मौलाना अरशद मदनी की ओर से दाखिल याचिका में फिल्म की रिलीज, वितरण, प्रसारण या सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की गई है। साथ ही यूट्यूब, फेसबुक और एक्स जैसे सभी डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म से फिल्म के ट्रेलर को हटाने के लिए निर्देश देने की मांग की है।

क्या है पूरा विवाद?

'उदयपुर फाइल्स' फिल्म के ट्रेलर में ज्ञानवापी मस्जिद जैसे संवेदनशील मुद्दे भी दिखाए गए हैं। इसके अलावा फिल्म में नेता नूपुर शर्मा का विवादित बयान भी दिखाया गया है, जिसकी वजह से देश में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। फिल्म का ट्रेलर सामने आने के बाद मुस्लिम संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 

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